नो हेलमेट नो पेट्रोल के साइड इफेक्ट इंदौर में पेट्रोल देने मना करने पर पेट्रोल पंप पर फेंकी जलती हुई माचिस
इंदौर।
इंदौर के छोटा बांगड़दा इलाके के एक पेट्रोल पंप पर शुक्रवार को बड़ी घटना होने से बच गई। शुक्ला ब्रदर्स पेट्रोल पंप पर तीन युवक बिना हेलमेट बाइक पर पहुंचे और पेट्रोल की मांग की। पंप कर्मचारियों ने हेलमेट न होने पर उन्हें पेट्रोल देने से मना कर दिया। इस पर बाइक से उतरे दो युवकों ने कर्मचारियों से गाली-गलौच शुरू कर दी और हाथापाई करने लगे। इसी दौरान एक युवक ने चाकू निकाल लिया और कर्मचारियों को धमकाते हुए बोला कि अब बिना हेलमेट पेट्रोल लेकर दिखाते हैं और पैसे भी नहीं देंगे।
जाने से पहले फेंकी जलती तीली
घटना तब और गंभीर हो गई जब युवकों को पंप के अन्य कर्मचारियों के आने की भनक लगी। इस पर एक युवक ने माचिस की तीली जलाई और जलती हुई तीली पेट्रोल टंकी के पास फेंक दी। इसके बाद तीनों युवक मौके से भाग निकले। यह घटना शुक्ला ब्रदर्स के स्वामित्व वाले पेट्रोल पंप पर हुई, जो सुबोध शुक्ला, मनोज शुक्ला और आशुतोष शुक्ला के परिवार का है। पंप प्रबंधक वीरेंद्र धौलपुरिया की शिकायत पर एरोड्रम थाना पुलिस ने बाइक चालक और एक अन्य युवक पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इंदौर में ‘नो हेलमेट नो पेट्रोल’ अभियान सख्ती से लागू
शुक्रवार से ही इंदौर में ‘नो हेलमेट नो पेट्रोल’ अभियान को सख्ती से लागू किया गया है। पंप संचालकों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि बिना हेलमेट पेट्रोल न दें। नियम पालन के लिए सभी पंपों पर प्रशासन की ओर से सूचना बोर्ड भी लगाए गए हैं। नियमों की अनदेखी पर दो पेट्रोल पंप सील भी किए गए हैं।
कलेक्टर ने की लोगों से सहयोग की अपील
इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने स्पष्ट किया है कि हेलमेट का प्रयोग यातायात सुरक्षा के लिए अनिवार्य है, चाहे सड़कों की स्थिति या ट्रैफिक जाम जैसी समस्याएं हों। उन्होंने नागरिकों से प्रशासन के इस कदम में सहयोग करने की अपील की है। इसके साथ ही उन्होंने आदेश जारी किया है कि सभी सरकारी कार्यालयों में आने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों और आगंतुकों को हेलमेट पहनकर आना अनिवार्य किया जाए। ‘नो हेलमेट नो एंट्री’ नीति को इंदौर के सभी विभागीय प्रमुखों का समर्थन भी मिला है।