•   1000 वर्ष पूर्व बना था ग्रहो का ऐसा महासंयोग

भोपाल। नवग्रह की स्थिति को लेकर यह एक विशेष खगोलीय घटना घटित होने जा रही है,  इसे ग्रहो का महासंयोग कहा जाता है। इस महासंयोग में सभी ग्रह अलग-अलग राशियों में होते हैं। ग्रहों का यह महासंयोग इस वर्ष लगभग 1000 वर्ष बाद बना है।  2024 में यह स्थिति 20 ,21 एवं 22 दिसंबर को 2:15 मिनट दोपहर तक रहेगी, जब सभी ग्रह अलग-अलग राशियों में रहेंगे। ज्योतिष मठ संस्थान के संचालक पंडित विनोद गौतम ने बताया की कालगणना के अनुसार इसके पूर्व अलग-अलग राशियों में सभी ग्रह 1485 ईस्वी में थे। जब भी  ग्रह गोचरीय  व्यवस्था मैं लंबे अंतराल बाद समानता होती है, उसे ग्रहो का महासंयोग कहते हैं लगभग 1000 वर्ष पूर्व की यह स्थिति इस बार दिसंबर 2024 में बनी है आगामी स्थिति कब बनेगी यह काल गणना एवं शोध का विषय है । पंडित गौतम के अनुसार ज्योतिष काल गणना में ऐसी स्थितियां  500 वर्ष वाद ही में बनती हैं , ग्रहों का यह महासंयोग विश्व स्तरीय प्रभाव दे सकता है। प्राकृतिक, मानवीय, एवं आर्थिक परिवर्तन देखे जा सकते हैं। महासंयोग पर शोध के अनुसार 1000 वर्ष बाद ग्रहों का यह महासंयोग युग परिवर्तन कराने में एवं भारत को विश्व गुरु बनाने में सहयोग प्रदान करता है । 
ग्रहो के महासंयोग की स्थिति इस प्रकार से होगी 

उदय कालिक लग्न धनु राशि में सूर्य ,मकर राशि में शुक्र, कुंभ राशि में शनि ,मीन राशि में राहु, वृष राशि में गुरु, कर्क राशि में मंगल ,सिंह राशि में चंद्रमा ,कन्या राशि में केतु, तथा वृश्चिक राशि में बुध विचरण करेंगे ।इस प्रकार प्रत्येक राशि में गृह अलग-थलग रहेंगे। 
   सादर प्रकाश नाथ
   पंचांगकर्ता ,ज्योतिषाचार्य 
   पंडित विनोद गौतम 
   ज्योतिष मठ संस्थान भोपाल          
            9827 322068