शिवपुरी में भाजपा नेता ने दिया इस्तीफा कहा- पदाधिकारी परिवार को कर रहे प्रताड़ित; नपा में खुलकर हो रहा हैं भ्रष्टाचार
शिवपुरी, सबकी खबर।
मध्य प्रदेश में शिवपुरी जो ज्योतिरादित्य सिंधिया का गृह जिला है। शिवपुरी जो भारतीय जनता पार्टी का गढ़ है। शिवपुरी जो ग्वालियर चंबल संभाग का जिला है। वहां भारतीय जनता पार्टी में केवल और केवल नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा के कथित भ्रष्टाचारों के खिलाफ पार्षद लामबंद होते जा रहे हैं और अब भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष ओम प्रकाश जैन ओमी ने प्राथमिक सदस्यता से और भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है और उसके बाद वे रुंआसे हो गए। आंसू पोंछने लगे। उनका कहना था कि जिस पार्टी को मेरी परिवार की तीन पीढ़ियों ने करीब 60—65 साल से जिस पार्टी के हम अभिन्न अंग रहे हैं आज उस परिवार से हम बाहर जा रहे हैं। भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा हो चुकी है। भारतीय जनता पार्टी
शासित नगरपालिका शिवपुरी की नगरपालिका जो ज्योतिरादित्य सिंधिया का क्षेत्र है वहां की नगर पालिका में पार्टी के पार्षदों ने आरोप लगाए कि यहा भ्रष्टाचार चरम पर है। यह भी कहा जा रहा है कि यहां जो सामान सप्लाई होता है वह होता ही नहीं है। केवल पेमेंट होता है। भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा हो चुकी है। ओम प्रकाश जैन ओमी ने कहा कि मैं भारतीय जनता पार्टी के भ्रष्टाचार से तंग आ चुका हूं। कोई सुनने को तैयार नहीं है। पार्टी अध्यक्ष से लेकर कोई सुनवाई नहीं हो रही है कि ये गायत्री शर्मा और इनके परिवार के भ्रष्टाचार को रोका जा सके। सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिय महाराज को भी अवगत कराया था। उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। उल्टा पार्षदों पर ही दबाव डाला गया आप साथ रहो और ये आरोप लगाए गए। हम चार पांच पार्षद ही सब कुछ कर रहे हैं। दरअसल यह आज की बात नहीं है। लगभग एक साल से यह चल रहा है। गायत्री शर्मा पर बहुत ही ज्यादा भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं। उनके बेटे पर तो बलात्कार का भी आरोप लगा है। ज्ञात हो कि विगत 22 जून को भारतीय जनता पार्टी के 22 पार्षद स्थाीनय टेकरी वाले हनुमान मंदिर पहुंचे थे। उन्होंने बाकायदा कसम खाई थी कि यदि गायत्री शर्मा को नहीं हटाया गया तो हम सामूहिक इस्तीफा दे देंगे। बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इन पार्षदों को ग्वालियर बुलाया। एक-एक पार्षद से बात की। उन्हें समझाया। पार्टी में बगावत ना हो इसके लिए तैयार किया और कहा मैं देखूंगा। आप चिंता नहीं करो। यही पार्षद जब लौट रहे थे तो मोहना में झगड़ा हुआ। मारपीट हुई आपस में। वो सारी एफआईआर हुई। इसका वीडियो भी खूब वायरल हुआ लेकिन आज खुली बगावत हो चुकी है। भारतीय जनता पार्टी में पहला इस्तीफा पटक दिया है ओम प्रकाश जैन ओमी ने और यह पहला इस्तीफा है आखिरी नहीं है। अगले 24 घंटे शिवपुरी में भारतीय जनता पार्टी के लिए बहुत भारी हैं। यदि संगठन तत्काल वहां कोई एक्शन नहीं लेता है। भारतीय जनता पार्टी का नेतृत्व तत्काल वहां किसी वरिष्ठ नेता को नहीं भेजता है तो तमाम सारे पार्षदों के इस्तीफे आपको दिखाई देंगे। हमारे खबरें हैं कि बीजेपी के पार्षदों में नाराजगी जो थी, अब वह नाराजगी गुस्से में बदल चुकी है। और सोचिए एक कार्यकर्ता जो तीन पीढ़ियों से इस पार्टी के अंदर काम कर रहा है। जनसंघ से लेके बीजेपी और उन्होंने इस्तीफा पटक दिया है। जो कई पदों पे रहे हैं। युवा मोर्चे में काम किया। विद्यार्थी परिषद में काम किया और भारतीय जनता पार्टी में जिला उपाध्यक्ष हैं। कोई आसानी से जिला उपाध्यक्ष का पद नहीं छोड़ता। यह आप और हम जानते हैं। यदि आज ओम प्रकाश जैन ओमी ने भारी मन से इस्तीफ़ा दिया है, तो आप समझ सकते हैं कि वहां हालात क्या हैं। हो सकता है कि कल भी वे अपना इस्तीफा वापस ले लें। हो सकता है कि उन्हें पार्टी के नेता समझा लें। लेकिन अब लगभग लगभग यह तय हो गया है या तो गायत्री शर्मा अपने पद पर रहेंगी या फिर यह पार्षद उन मतलब जो पार्षद हैं भारतीय जनता पार्टी के ही पार्षद हैं। वह अपने पद पे रहेंगे। अब आरपार का मामला दिखाई देता है।