• सीसीटीवी में पकड़ी गई वो हरकत 

लखनऊ। राजधानी लखनऊ में सीआईडी में तैनात एएसपी मुकेश प्रताप सिंह की पत्नी नितेश सिंह (38) की आत्महत्या के मामले में बृहस्पतिवार को एक वीडियो सामने आया है। इसमें नितेश ऑटिज्म से पीड़ित 12 वर्ष के बेटे अनिकेत पर पति से अनबन का गुस्सा निकालते दिख रही हैं। यह वीडियो घर में लगे सीसीटीवी कैमरे का है। 54 सेकंड के वीडियो में अनिकेत बेड पर लेटा नजर आ रहा है, जबकि नितेश का डेढ़ साल का बेटा फर्श पर टहल रहा है। नितेश बेड पर जाकर बैठती हैं और पहले तकिये से चार सेकंड तक बेटे का मुंह दबाती हैं। फिर 13 सेकंड तक बेटे का गला दबाए रहती हैं। बेटे के छटपटाने पर उसे छोड़ देती हैं और फिर उसके पास गुमसुम बैठी दिख रही हैं।
नितेश के भाई फिरोजाबाद के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रमोद कुमार का कहना है कि बुधवार को प्रशासन से उन्होंने शव देने की मांग की थी। लिखापढ़ी के बाद वह बहन का शव लेकर फिरोजाबाद गए, जहां अंतिम संस्कार किया गया। डेढ़ वर्ष के बेटे ने नितेश को मुखाग्नि दी। फिरोजाबाद के नगला करन सिंह निवासी नितेश के पिता राकेश बाबू बसपा से टुंडला विधानसभा सीट पर 2007 से 2017 तक विधायक थे। डीसीपी मध्य आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि एएसपी मुकेश दो दिन के लिए बृहस्पतिवार को वाराणसी ड्यूटी के लिए जाने वाले थे, इसलिए नितेश के पिता को अपने घर बुलाया था, लेकिन बुधवार को जब घर पहुंचे तो बेटी मृत मिलीं।
साक्ष्य जुटाने के बाद पुलिस को देंगे तहरीर
प्रमोद का कहना है कि वह एएसपी के खिलाफ साक्ष्य जुटा रहे हैं। उन्होंने पुलिस से दो-चार दिन का समय मांगा है। साक्ष्य एकत्र करने के बाद वह महानगर थाने में एएसपी के खिलाफ तहरीर देंगे। आरोप है कि एएसपी सीआईडी में तैनात हैं और उनके कई परिचित अधिकारी हैं, जो उनकी मदद कर रहे हैं।
प्रमोद ने इस संबंध में पुलिस अधिकारियों और शासन में शिकायत करने की बात भी कही है। इंस्पेक्टर अखिलेश कुमार मिश्र का कहना है कि परिजन शव लेकर चले गए। नितेश के बच्चे भी मायके वालों के साथ हैं। तहरीर मिलने पर मामले की जांच की जाएगी।
एएसपी मुकेश की पत्नी नितेश ने पुलिस लाइन स्थित आवास में बुधवार शाम को फंदा लगाकर जान दे दी थी। नितेश के भाई ने एएसपी पर एक महिला से नजदीकियों का आरोप लगाया था। प्रमोद का आरोप है कि एएसपी की प्रताड़ना से तंग आकर उनकी बहन ने आत्महत्या की है। इस मामले में अभी तक कोई एफआईआर नहीं दर्ज की गई है। वहीं, एएसपी के घरवालों का कहना है कि नितेश डिप्रेशन में थीं, जिनका इलाज चल रहा था।
बलरामपुर अस्पताल में तैनात मनोचिकित्सक डॉ. देवाशीष शुक्ला ने बताया कि मां अवसाद में हो सकती है पर इससे उसका अपने बच्चे के प्रति प्रेम कम नहीं हो जाता। वीडियो में तकिया उठाने पर स्थिति कुछ संदेहास्पद लगती है, लेकिन बाकी वीडियो में कहीं भी ऐसा नहीं लगता कि मां अपने बेटे की जान लेने की कोशिश कर रही है। जिस तरह से वह शांत बैठी है, उससे लगता है कि उसके मन में भावनाओं का ज्वार बह रहा है। संभव है कि आत्महत्या से पहले उसे अपने बच्चे के भविष्य की चिंता सता रही हो।