एमपी अजब गजब हैं, बंद पडे स्कूल में कर दिया शिक्षकों का ट्रांसफर
भोपाल/खरगौन।
जनजातीय कार्य विभाग ने मृत शिक्षक का ट्रांसफर कर दिया। जिन शालाओं को स्वयं विभाग नें बंद कर दिया उन शालाओं में भी शिक्षकों की पोस्टिंग कर दी। यह आरोप खरगोन कांग्रेस जिलाध्यक्ष रवि नाईक ने मंगलवार को प्रेसवार्ता में लगाए। उन्होंने कहा कि नियमों के विरुद्ध परीविक्षा अवधि में पहले शिक्षकों के स्थानांतरण कर दिए, जिन्हें बाद में निरस्त कर दिया। रवि नाईक ने आगे बताया कि मप्र सरकार द्वारा कर्मचारियों के स्थानांतरण के लिए स्थानांतरण नीति 2025 बनाई गई थी। परंतु इसका पालन नहीं किया गया। नियमों के खिलाफ शिक्षकों के स्थानांतरण किए गए। इससे पता चलता है कि अधिकारियों को किसी का खौफ नहीं है और उन्हें सरकार में बैठे विधायकों, मंत्रियों का संरक्षण प्राप्त है।
ट्रांसफर के नाम पर वसूले गए पैसे
जिलाध्यक्ष नाईक ने कहा कि विभाग ने फरवरी में दिवगंत हो चुके शिक्षक पूनम सिंह रावत का 17 जून को ट्रांसफर कर दिया। इसी प्रकार स्थानांतरण नीति के विपरित माध्यमिक विद्यालय कमांक 8 के शिक्षक अशोक कुमार सोनी का सेवानिवृत्ति से 13 दिन पहले 17 जून को ट्रासंफर कर दिया। इसी प्रकार जिन स्कूलों मैं पहले से ज्यादा शिक्षक मौजूद थे, वहां से शिक्षकों को हटाने के बजाय और भी शिक्षकों की पोस्टिंग कर दी। उनका आरोप है कि ट्रांसफर में भारी भ्रष्टाचार हुआ है और लाखों रुपए की वसूली की गई है। उन्होंने इस पूरे मामले में दस्तावेज भी दिखाए।