• पंडित नेहरू ने रोकी थी जातीय जनगणना 

भोपाल।  सीएम मोहन यादव ने कहा कि झूठे आरोप लगाने से पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को मामला समझना चाहिए और अपनी पार्टी का अतीत देखना चाहिए। कांग्रेस ने जातियों के उत्थान के लिए कुछ नहीं किया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ओबीसी आरक्षण को लेकर रविवार को इंदौर में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के आरोप पर पलटवार किया। डॉ. यादव ने कहा कि प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू ने देश में जातीय जनगणना पर रोक लगाई थी। कांग्रेस ने लंबे समय तक सत्ता में रहने के बाद भी ओबीसी वर्ग के लिए कुछ नहीं किया। सीएम यादव ने यह बात पटवारी के इस आरोप के जवाब में कही कि भाजपा सरकार राज्य की सरकारी नौकरियों और शिक्षा संस्थानों में 27 फीसदी आरक्षण देने में विफल रही है। सीएम ने कहा कि झूठे आरोप लगाने से पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को मामला समझना चाहिए और अपनी पार्टी का अतीत देखना चाहिए। पत्रकारों से चर्चा में सीएम ने कहा कि कांग्रेस देश में 55 साल सत्ता में रही, लेकिन उसने पिछड़ी जातियों के उत्थान के लिए कुछ नहीं किया। विज्ञापन
भाजपा ने चार ओबीसी सीएम बनाए
भाजपा के अग्रणी नेता और मप्र के सीएम डॉ. यादव खुद ओबीसी से आते हैं, उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री भी ओबीसी श्रेणी से आते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने मध्य प्रदेश को चार ओबीसी मुख्यमंत्री दिए, जबकि कांग्रेस ने इस वर्ग का एक भी मुख्यमंत्री नहीं बनाया। 
सरला मिश्रा कांड का किया जिक्र
यादव ने 1997 में कांग्रेस नेत्री सरला मिश्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का जिक्र करते हुए कानून व्यवस्था खराब होने का आरोप लगा रहे कांग्रेस नेताओं को घेरा। बता दें, सरला मिश्रा कांड में कोर्ट ने हाल ही में पुलिस की खात्मा रिपोर्ट खारिज कर मामले की जांच दोबारा करने के निर्देश दिए हैं। यह मामला तत्कालीन सीएम दिग्विजय सिंह से जुड़ा बताया जा रहा है। सीएम ने कहा कि मप्र ही नहीं बल्कि पूरे देश कांग्रेस के नेताओं ने महिलाओं के खिलाफ अत्याचार किए हैं।