मध्य प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र आज से

- ओबीसी आरक्षण पर सरकार को घेरेगी कांग्रेस
- हंगामेदार सत्र के आसार
भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो रहा है, जो 8 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान कुल 10 बैठकें होंगी। सत्र के पहले दिन ही कांग्रेस ने ओबीसी आरक्षण समेत कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी की है। ऐसे में सत्र के हंगामेदार होने के पूरे आसार हैं। सरकार ने भी विपक्ष के सवालों का जवाब देने की रणनीति बना ली है। मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो रहा है। यह सत्र 8 अगस्त तक चलेगा और कुल 10 बैठकें प्रस्तावित हैं। पहले ही दिन ओबीसी आरक्षण के मुद्दे को लेकर कांग्रेस सरकार को घेरने की तैयारी में है। इसके चलते सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं। वहीं, सरकार ने भी कांग्रेस के संभावित आरोपों का जवाब देने के लिए तैयारी की है। सत्र के एक दिन पहले कांग्रेस ने विधायक दल की बैठक आयोजित की। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पार्टी भाजपा सरकार को भ्रष्टाचार, विभिन्न घोटालों, आदिवासी, किसान, दलित, महिला और युवा वर्ग से जुड़े मुद्दों के साथ-साथ रोजगार के सवालों पर भी घेरने की रणनीति अपनाएगी।
श्रद्धांजलि से होगी सत्र की शुरुआत
विधानसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू होगी। शुरुआत में दिवंगत नेताओं, प्रसिद्ध कलाकारों, पहलगाम हमले में मृतक और अहमदाबाद विमान हादसे में मृतकों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। इसके पश्चात प्रश्नोत्तर काल चलेगा। जिसके बाद उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, डॉ. राजेंद्र शुक्ल, कैलाश विजयवर्गीय सहित अन्य मंत्री अपने-अपने विभागों की अधिसूचनाएं पटल पर रखेंगे।
ध्यानाकर्षण में उठेंगे स्थानीय मुद्दे
ध्यानाकर्षण सूचना के तहत वरिष्ठ विधायक डॉ. सीताशरण शर्मा नर्मदापुरम जिले के इटारसी में न्यास कॉलोनी की अधिगृहित भूमि पर मुआवज़ा न मिलने का मुद्दा उठाएंगे। वहीं कांग्रेस विधायक प्रताप ग्रेवाल धार जिले के सरदारपुर में उदीयमान फुटबॉल खिलाड़ियों को सुविधाओं की कमी का विषय खेल एवं युवा कल्याण मंत्री के समक्ष रखेंगे।
रिकॉर्ड संख्या में पूछे गए प्रश्न
इस बार विधायकों द्वारा कुल 3377 प्रश्न लगाए गए हैं, जिनमें से 2000 से अधिक प्रश्न ऑनलाइन माध्यम से तथा 1301 प्रश्न ऑफलाइन माध्यम से प्रस्तुत किए गए हैं। 12 दिनों के इस सत्र में 10 बैठकें होंगी, जिनमें 226 ध्यानाकर्षण सूचनाएं, 23 अशासकीय संकल्प और शून्यकाल की 65 सूचनाएं विधायकों द्वारा दी गई हैं।
सत्र के दौरान प्रदर्शन पर प्रतिबंध
विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा परिसर में प्रदर्शन, नारेबाजी और असंयमित आचरण पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। इसके बावजूद कांग्रेस और ओबीसी संगठनों द्वारा प्रस्तावित आंदोलनों को देखते हुए सत्र के दौरान सदन के भीतर और बाहर माहौल गरम रहने की संभावना है।