सीएम डॉ. यादव आज भारत मार्ट का करेंगे दौरा

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एमएसएमई को बढ़ावा देने को लेकर भी होगी चर्चा
भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अपने दुबई दौरे के अंतिम दिन गुरुवार को भारत मार्ट जाएंगे, जहां एमएसएमई उत्पादों को वैश्विक बाजारों से जोड़ने की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे। इसके साथ ही दुबई की प्रमुख लॉजिस्टिक्स कंपनी डीपी वर्ल्ड के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात करेंगे। दुबई दौरे के बाद अब वे स्पेन रवाना होंगे, जहां वे 'ग्लोबल डायलॉग 2025' कार्यक्रम में भाग लेकर वैश्विक निवेशकों के साथ मध्यप्रदेश में उद्योग, तकनीक और रोजगार की संभावनाओं पर संवाद करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अपने दुबई दौरे के तीसरे और अंतिम दिन गुरुवार को भारत मार्ट का दौरा करेंगे। यह मार्ट भारतीय एमएसएमई उत्पादों के वैश्विक व्यापार को बढ़ावा देने वाला एक प्रमुख मंच है। मुख्यमंत्री इस अवसर पर मध्यप्रदेश को अंतरराष्ट्रीय व्यापार नेटवर्क से जोड़ने की संभावनाओं पर मंथन करेंगे। मुख्यमंत्री यादव इस दौरान भारतीय लघु, मध्यम एवं कुटीर उद्योगों (एमएसएमई) को वैश्विक मंच दिलाने के लिए आवश्यक रणनीतियों पर विचार-विमर्श करेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया है कि प्रदेश में उद्यमिता और नवाचार को बढ़ावा देना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। डॉ. यादव की दुबई यात्रा के दौरान प्रमुख लॉजिस्टिक्स कंपनी डीपी वर्ल्ड के प्रतिनिधियों से भी उनकी मुलाकात प्रस्तावित है। इस बैठक में मध्यप्रदेश को लॉजिस्टिक्स हब के रूप में विकसित करने और निवेश आकर्षित करने को लेकर संवाद होगा। माना जा रहा है कि सरकार की योजना प्रदेश में औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने और रोजगार के नए अवसरों को सृजित करने की दिशा में तेजी से काम करने की है। मुख्यमंत्री दुबई दौरा संपन्न करने के पश्चात अब स्पेन की ओर प्रस्थान करेंगे। उनका यह दौरा 16 जुलाई से 19 जुलाई तक चलेगा, जिसके दौरान वे स्पेन की राजधानी मैड्रिड में आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में भाग लेंगे। इस यात्रा के दौरान डॉ. यादव वैश्विक निवेशकों के साथ मध्यप्रदेश में निवेश, तकनीकी सहयोग और रोजगार सृजन की संभावनाओं पर विस्तार से विचार-विमर्श करेंगे। यह दौरा ‘ग्लोबल डायलॉग 2025’ पहल का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य राज्य में औद्योगिक विकास को गति देना और प्रदेश को वैश्विक निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित करना है। मुख्यमंत्री की यह विदेश यात्रा प्रदेश में विदेशी निवेश को आमंत्रित करने, उच्च तकनीकियों को अपनाने और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर तैयार करने की दिशा में एक निर्णायक कदम मानी जा रही है।