कियोस्क सेंटर पर शासकीय डोंगल और पंचायतों की सील मिली

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पटेरा में तीन स्थानों पर की कार्रवाई
दमोह। दमोह जिले के पटेरा थाना क्षेत्र में मंगलवार की रात जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन द्वारा तीन कियोस्क सेंटरों पर बड़ी कार्रवाई की गई। जहां से बड़ी मात्रा में शासकीय दस्तावेज जब्त किए गए हैं, जिनमें डोंगल, बिल वाउचर और शासकीय सीलें भी शामिल हैं। प्रशासन द्वारा यह सामग्री जब्त कर जांच प्रतिवेदन वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपने की बात कही गई है। जिस प्रकार से शासकीय दस्तावेज निजी कंप्यूटर सेंटर पर पाए गए हैं, उससे यह संदेह गहराया है कि इस पूरे प्रकरण में पंचायत सचिव की मिलीभगत हो सकती है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि फर्जी हस्ताक्षर के माध्यम से शासकीय राशि का आहरण किया गया है। यह सभी दस्तावेज जनपद कार्यालय में होने चाहिए थे, लेकिन इन्हें निजी कंप्यूटर सेंटर की दुकानों से जब्त किया गया है।
एसडीओपी प्रशांत सुमन ने बताया कि एक शिकायती आवेदन प्राप्त हुआ था, जिसमें कहा गया था कि पटेरा स्थित राय कंप्यूटर के दो कियोस्क सेंटर और एक विश्वकर्मा कंप्यूटर सेंटर पर शासकीय दस्तावेजों का दुरुपयोग किया जा रहा है। मंगलवार रात नायब तहसीलदार शिवराम चढ़ार ने जिला प्रशासन की टीम के साथ तीनों कियोस्क सेंटरों पर छापा मारा। इस दौरान 38 डोंगल, शासकीय सीलें और बिल वाउचर जब्त किए गए। पटेरा के प्रभारी तहसीलदार शिवराम चढ़ार ने बताया कि इन तीनों दुकानों से डिजिटल सिग्नेचर में उपयोग होने वाले डोंगल और बिल वाउचर बरामद किए गए हैं। इस कार्य में जिन भी व्यक्तियों की मिलीभगत सामने आएगी, उनके विरुद्ध वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन लेकर कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि डोंगल का उपयोग डिजिटल सिग्नेचर के लिए किया जाता है और यह शासकीय कार्यालय में ही सुरक्षित रखा जाना अनिवार्य होता है। लेकिन, पटेरा में 38 डोंगल निजी कंप्यूटर सेंटरों पर पाए गए हैं, जिससे स्पष्ट है कि कहीं न कहीं पंचायत सचिव की भूमिका संदिग्ध है। उनके माध्यम से सील और बिल वाउचर का उपयोग कर शासकीय राशि में भी हेराफेरी की गई होगी। अब अधिकारियों ने जांच प्रतिवेदन तैयार कर वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दिया है। प्रतिवेदन की समीक्षा के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।