सोने में 300 रुपए की तेजी, चांदी में मामूली गिरावट

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इंदौर में सोना 98,800 रुपए प्रति 10 ग्राम
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शकर में मांग कमजोर; जाने अन्य बाजार भाव
इंदौर । इंदौर सराफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा गया। डॉलर की मजबूती और फेडरल रिजर्व के नतीजों से पहले सोना केडबरी 300 रुपए बढ़कर 98,800 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया। चांदी में कारोबार सुस्त रहने से भाव में मामूली गिरावट आई। चांदी चौरसा 100 रुपए घटकर 97,200 रुपए प्रति किलो पर आ गई। भारत द्वारा पाकिस्तान पर की गई कार्रवाई के बाद रुपए के मुकाबले डॉलर में 0.44 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉमेक्स पर सोना वायदा 6 डॉलर बढ़कर 3,385 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। चांदी वायदा भी 33.01 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार करता दिखा। चीन ने ब्याज दर में 0.1 प्रतिशत की कटौती की है। भारत-पाक तनाव में भारत ने आतंकी ठिकानों पर हमला कर पहलगाम घटना का जवाब दिया है। इन कारणों से सोने और चांदी के बाजार स्थिर बने हुए हैं। फेडरल रिजर्व की ब्याज दर पर निर्णय से आगे की दिशा तय होगी। इंदौर में सोना 22 कैरेट 91,300 रुपए प्रति दस ग्राम रहा। चांदी सिक्का 1,110 रुपए प्रति नग बिका। उज्जैन में सोना केडबरी 98,900 और सोना रवा 98,800 रुपए प्रति दस ग्राम रहा। चांदी पाट 97,600 और चांदी टंच 97,500 रुपए प्रति किलो पर कारोबार किया गया।
बड़ी इलायची में घरेलू मांग बढ़ने की उम्मीद, शकर में मांग कमजोर पिछले महीने बड़ी इलायची की आपूर्ति एवं उपलब्धता के मुकाबले मांग एवं खपत कम होने से कीमतें काफी नीचे आ गई थी, लेकिन अब लग्नसरा सीजन होने से इसकी मांग में धीरे-धीरे इजाफा होने लगा है। इससे आगामी समय में इसके दाम में कुछ सुधार की उम्मीद की जा रही है। प्रमुख उत्पादक राज्यों के नीलामी केंद्रों में बड़ी इलायची की आपूर्ति सामान्य से कम होने की सूचना मिल रही है। सिक्किम, मेघालय, आसाम एवं पश्चिम बंगाल बड़ी इलायची के प्रमुख उत्पादक राज्य है। हालांकि पिछले साल की भांति चालू सीजन के दौरान भी बड़ी इलायची के घरेलू उत्पादन में कमी आने के संकेत मिल रहे हैं। नेपाल में भी स्टॉक कम बताया जा रहा है, लेकिन खपतकर्ता केंद्रों में पिछला स्टॉक होने से कारोबार धीमा पड़ गया था। मई-जून में यदि उत्पादक क्षेत्रों से माल की आवक कम हुई और उस दौरान मांग में इजाफा होता है तो तेजी की स्थिति बन सकती है। बड़ी इलायची का निर्यात प्रदर्शन बेहतर है। 24 अप्रैल को आयोजित नीलामी में बड़ी (काली) इलायची का औसत मूल्य नीचे में 1375 रुपए से लेकर ऊपर में 1707 रुपए प्रति किलो के बीच दर्ज किया गया। नेपाल के साथ भूटान में भी इस बार उत्पादन कम हुआ। 2024-25 के वित्त वर्ष के आरंभिक 8 महीनों में 915 टन से कुछ अधिक बड़ी इलायची का निर्यात हुआ जो वित्त वर्ष 2023-24 की समान अवधि के निर्यात 789 टन से अधिक रहा। स्टॉकिस्ट फिलहाल बड़ी इलायची में अच्छी मांग निकलने का इंतजार कर रहे हैं। इस समय इंदौर में बड़ी इलायची 1600 से 1750, बेस्ट 1850 से 1950 रुपए प्रति तक बिक रही है। खोपरा गोला और बूरे में सीमित पूछताछ रहने से भाव मजबूती पर टिके हुए है। मांग बढ़ने पर तेजी की संभावना है। मौसम में एकाएक आए परिवर्तन से शकर की मांग कमजोर बनी हुई है, जिससे बढ़ते दामों में रुकावट आई है। शकर नीचे में 4150 ऊपर में 4200 रुपए प्रति क्विंटल तक बोली गई।