कटोरा लेकर विधानसभा पहुंचे कांग्रेस विधायक

- अपनी ही सरकार को घेरने वाले भूपेंद्र बोले-
- मैंने व्यवस्था सुधारने के लिए कहा, ये मेरी ड्यूटी
भोपाल। शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत भी हंगामे के साथ हुई। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा लगातार लिए जा रहे कर्ज के विरोध में मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक हाथों में कटोरा लेकर विधानसभा पहुंचे। विधानसभा परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने जमकर नारेबाजी की। उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने कहा- ये कटोरा दिखा रहा है कि भाजपा सरकार मध्यप्रदेश को भिखारियों का प्रदेश बनाने की ओर ले जा रही है। एमपी में प्रत्येक व्यक्ति पर कर्ज करीब 50 हजार रुपए हो चुका है। इस कर्ज से सरकार की सुख सुविधाएं पूरी हो रही हैं। खुरई से भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने आज भी अपनी ही सरकार को घेरा। उन्होंने कहा- मैंने व्यवस्था सुधारने के लिए कहा है। विधायक हूं, यह मेरी ड्यूटी है। सरकार के लोग ध्यान में नहीं लाएंगे तो गड़बड़ी ठीक कैसे होगी। हम अधिकारियों को खुली छूट दे दें क्या?
दरअसल, सोमवार को उन्होंने स्कूलों में बच्चों के यौन शोषण का मामला उठाते हुए कहा था कि प्रदेश में इस तरह की घटनाएं कई स्कूलों में हो रही हैं। अशासकीय शैक्षणिक संस्थाओं के नाम पर व्यापार चल रहा है। संबंधित मंत्री के जवाब पर भूपेंद्र बोले थे- जो जवाब सदन में दिया जाए, उसे चेक कर क्लियर कर लिया करें। मैं भी विधायक हूं। मेरा अपमान न करें कि अफसरों ने जो लिखकर दे दिया, उसे मान लिया। अफसरों ने लिखकर दे दिया कि कोई आक्रोश, कोई विरोध नहीं है तो मंत्रीजी ने मान लिया।
शुरुआती 7 सवाल महिला विधायकों ने किए
विधानसभा के भीतर प्रश्नोत्तर काल से कार्यवाही शुरू हुई। इसमें महिला सशक्तिकरण के नाम पर शुरुआती 7 सवाल महिला विधायकों ने किए। पहला सवाल सीधी विधायक रीति पाठक ने किया। उन्होंने सीधी विधानसभा में दो पुलिस चौकियां खोलने की मांग की। इस पर गृहमंत्री डॉ. मोहन यादव की ओर से जवाब देने के लिए अधिकृत राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने यह कहकर चौकी खोलने की अनुमति को अमान्य कर दिया कि इसके नियमों में पेंच है।
आज अनुपूरक बजट आ सकता है
शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन आज विधानसभा में अनुपूरक बजट पेश किया जा सकता है। 15 हजार करोड़ से ज्यादा का बजट आज विधानसभा के पटल पर रखा जा सकता है।
बरोदिया-नौनागिर हत्याकांड में न्याय की मांग कर रही सपा
समाजवादी पार्टी ने अपने प्रोटेस्ट में सागर के बरोदिया-नौनागिर हत्याकांड के भी पोस्टर लगाए हैं। प्रदेश अध्यक्ष मनोज यादव ने कहा- एक परिवार में तीन-तीन हत्याएं हो जाती हैं। बच्ची के साथ छेड़खानी की जाती है। हम मामले की न्यायिक जांच और सभी दोषियों को फांसी की सजा की मांग करते हैं। उन्होंने कहा- न्याय दिलाने के लिए समाजवादी पार्टी परिवार के साथ खड़ी है। हम सुप्रीम कोर्ट तक भी जाएंगे।
सपा करेगी विधानसभा का घेराव, अध्यक्ष बोले-सरकार को उखाड़ फेकेंगे
समाजवादी पार्टी आज विधानसभा का घेराव करने जा रही है। दैनिक भास्कर से खास बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मनोज यादव ने कहा-बीजेपी सरकार हर मुद्दे पर फेल है। किसान परेशान हैं। एमएसपी नहीं मिल रही है। महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। हम इस सरकार को उखाड़ फेकेंगे। उन्होंने कहा कि आज यहां से आंदोलन की शुरुआत हो रही है। इसके बाद हर जिले में धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।
बीजेपी विधायक बोले- खाद, बीज पर चर्चा करने कहा तो कांग्रेस ने टाला
पाटन से बीजेपी विधायक अजय बिश्नोई ने कहा- कल हमने खाद बीज पर चर्चा के लिए कार्य मंत्रणा की समिति में बातचीत की। कांग्रेस से कहा कि आज ही चर्चा कर लेते हैं तो उन्होंने कहा कि आज नहीं।
बिश्नोई ने आरोप लगाया कि कांग्रेस चर्चा के लिए तैयार ही नहीं थी। यह पहली बार नहीं है। पिछले 15 साल से ऐसा ही हो रहा है। कांग्रेस में विरोध को विरोध की तरह से करने की ताकत नहीं है।
भूपेंद्र बोले- मैंने व्यवस्था सुधारने के लिए कहा; विधायक हूं, यह मेरी ड्यूटी
खुरई से बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह अपनी ही सरकार पर सवाल उठाने के प्रश्न पर बोले- मैंने व्यवस्था सुधारने के लिए कहा है। विधायक हूं, यह मेरी ड्यूटी है।
उन्होंने कहा- सरकार बहुत अच्छा काम कर रही है।जहां गड़बड़ी है, सरकार के लोग ध्यान में नहीं लाएंगे तो गड़बड़ी ठीक कैसे होगी। हम अधिकारियों को खुली छूट दे दें क्या?
भाजपा का जवाब- कांग्रेस का प्रदर्शन दिल्ली दरबार तक पहुंच बनाने के लिए
खातेगांव से बीजेपी विधायक आशीष शर्मा ने कहा- मध्यप्रदेश की सरकार ने नियमों के हिसाब से कर्ज लिया है। इस कर्ज ने प्रदेश के विकास को ऊंचाई दी है। मध्यप्रदेश की सिंचाई क्षमता 50 लाख हेक्टेयर के आस-पास हो गई है। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के नेता वर्चस्व की लड़ाई में उलझे हैं। दिल्ली दरबार तक पहुंच बनाने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। बीजेपी विधायक भूपेंद्र सिंह द्वारा उठाए सवालों पर उन्होंने कहा कि सरकार अच्छे से चले, इसके लिए विधायक और वरिष्ठ नेताओं को बोलने का अधिकार है।
विधानसभा की अहमियत और गंभीरता पर संदेह
राघौगढ़ से कांग्रेस विधायक जयवर्द्धन सिंह ने विधानसभा की प्रक्रिया पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा- विधानसभा की अहमियत और गंभीरता पर संदेह लग रहा है। विधानसभा में प्रश्न पूछने पर यह लगता है कि सही जवाब मिलेगा या नहीं। सिर्फ विपक्ष ही नहीं, सत्ता पक्ष के नेता भी विधानसभा की प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं।
जयवर्द्धन सिंह ने कहा- उच्च शिक्षा मंत्री ने पिछले सत्र में मेरे प्रश्न का भी गलत उत्तर दिया गया था। कल उन्होंने इसे सुधारा।
सखवार बोले- मंत्री ने माना कि प्रशासन भ्रष्ट
अफसरों की मनमानी के आरोपों पर अंबाह से कांग्रेस विधायक देवेंद्र सखवार ने कहा- जब सरकार के मंत्री ही इस बात को कह रहे हैं तो हम लोग तो बहुत पीछे है। आज के समय में प्रशासन भ्रष्ट है, मनमानी कर रहा है और किसी की सुनना नहीं चाहता है।
दरअसल, सत्र के पहले दिन सोमवार को पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने अपनी ही सरकार के स्कूल शिक्षा मंत्री को कहा था कि अफसर कुछ भी लिख देते हैं और मंत्री सदन में जवाब दे देते हैं।
संसदीय प्रक्रिया की किताब लेकर पहुंचे विधायक डोडियार
रतलाम जिले की सैलाना सीट से भारत आदिवासी पार्टी के विधायक कमलेश्वर डोडियार विधानसभा में संसदीय पद्धति और प्रक्रिया की किताब लेकर पहुंचे। उन्होंने कहा- स्पीकर साहब को बताने की कोशिश करूंगा कि विधानसभा नियमों और प्रक्रियाओं के आधार पर चलनी चाहिए।
डोडियार ने कहा- इस देश के अंदर संविधान का राज है। न मेरे बाप का राज है, न किसी और के बाप का। सिर्फ मुझे गाली नहीं दी गई है। प्रदेश के 12 करोड़ से ज्यादा आदिवासियों को गाली दी गई है। इस पर कोई एक्शन नहीं हुआ।
उप नेता प्रतिपक्ष बोले- एमपी को भिखारियों का प्रदेश बना रहे
विधानसभा के बाहर प्रदर्शन पर उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने कहा- ये कटोरा दिखा रहा है कि मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और पूरी भाजपा सरकार मध्यप्रदेश को भिखारियों का प्रदेश बनाने की ओर ले जा रही है। बिना किसी प्लानिंग के हर 5-10 दिन में कर्ज लिया जाता है।
एमपी में 50 हजार रुपए प्रति व्यक्ति कर्ज
विधानसभा परिसर में कांग्रेस के विधायक कटोरा लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि एमपी में प्रत्येक व्यक्ति पर कर्ज करीब 50 हजार रुपए हो चुका है। इस कर्ज से सरकार की सुख सुविधाएं पूरी हो रही हैं। आम व्यक्ति तक ये पैसा नहीं पहुंच रहा है।