FBI ने कॉलर पकड़कर गिराया, हथकड़ी लगाई

पास में बैठे मुस्कुराते दिखे प्रेसिडेंट

वॉशिंगटन। डोनाल्ड ट्रम्प के हैंडल से पोस्ट इस AI जेनेरेटेड वीडियो में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को ओवल ऑफिस (राष्ट्रपति ऑफिस) के अंदर ही FBI एजेंट्स गिरफ्तार करते हुए दिखाई दे रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की गिरफ्तारी का AI से बना वीडियो पोस्ट किया है। इस वायरल वीडियो में दिखाया गया है कि बराक ओबामा को FBI एजेंट व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में गिरफ्तार कर रहे हैं। वीडियो में ओबामा को ट्रम्प के पास बैठे दिखाया गया है। इसके बाद 3 एजेंट्स आते हैं। एजेंट्स ओबामा का कॉलर पकड़कर उन्हें धक्का देकर नीचे गिरा देते हैं और उनके हाथों में हथकड़ियां लगाते हैं। पास में ही बैठे ट्रम्प यह सब देखकर मुस्कुरा रहे हैं। वीडियो के अंत में ओबामा जेल की पोशाक में एक सेल के अंदर नजर आते हैं। वीडियो की शुरुआत ओबामा के एक पुराने बयान से होती है, जिसमें वे कहते हैं, 'कोई भी, खासकर राष्ट्रपति भी कानून से ऊपर नहीं है।" इसके बाद कई डेमोक्रेटिक नेताओं की क्लिप जोड़ी गई है, जिनमें जो बाइडेन भी शामिल हैं, जो दोहराते हैं – 'कोई भी कानून से ऊपर नहीं है।'

लोग बोले- यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक

इस वीडियो को लेकर ट्रम्प की ओर से कोई सफाई नहीं दी गई है कि यह वीडियो फर्जी है। उन्होंने यह नहीं बताया कि यह सिर्फ एक काल्पनिक दृश्य है। इस वीडियो की वजह से ट्रम्प की खूब आलोचना हो रही है। कई लोगों ने इसे ‘उकसाने वाला’ बताया और कहा कि एक राष्ट्रपति का इस तरह के फर्जी वीडियो शेयर करना लोकतंत्र के लिए खतरनाक हो सकता है। कुछ का यह भी कहना है कि यह एपस्टीन केस से ध्यान भटकाने की कोशिश है।

ओबामा पर 2016 के चुनाव में धोखाधड़ी का आरोप

ट्रम्प ने कुछ हफ्ते पहले ही ओबामा पर प्रशासन पर 2016 के चुनाव में उनके खिलाफ चुनावी धोखाधड़ी की साजिश रचने का आरोप लगाया था। इससे पहले अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड ने भी ट्रम्प पर 2016 के चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाया। गबार्ड ने कहा कि ओबामा और उनके प्रशासन के कई सीनियर अधिकारियों ने मिलकर एक देशद्रोही साजिश रची थी। इनका मकसद यह साबित करना था कि ट्रम्प की 2016 की राष्ट्रपति चुनाव में जीत रूस की मदद से हुई थी।