• मास्टरमाइंड सहित तीन गिरफ्तार

भोपाल। सोनू मिश्रा बबलेश मीणा बनकर परीक्षा देने पहुंचा था। जसवंत मीणा नाम के युवक ने चार लाख रूपए में परीक्षा देने के लिए सोनू मिश्रा को भेजा था, जबकि जसवंत ने परीक्षार्थी बबलेश मीणा से 10 लाख रुपए में डील की थी। मास्टरमाइंड जसवंत है, उसे भी पकड़ लिया गया है। मिसरोद थाना क्षेत्र के बंगसरिया स्थित सेंट्रल स्कूल में सीबीएसई द्वारा आयोजित निम्न श्रेणी लिपिक (एलडीसी) की परीक्षा में सॉल्वर पकड़ाया था। सोमवार को सॉल्वर को गिरफ्तार किया गया था। सॉल्वर से पूछताछ के बाद पुलिस ने जिस व्यक्ति के नाम पर सॉल्वर परीक्षा दे रहा था उसे और एक अन्य मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है। अब तक इस मामले में तीन लोग पकड़े जा चुके हैं। चार लाख रूपए में परीक्षा में सॉल्वर बैठने का सौदा हुआ था। सॉल्वर दिल्ली में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है, वह फ्लाइट से भोपाल आया था। आरोपियों के कब्जे से एक टैबलेट, दो मोबाइल, आईडी कार्ड और करीब डेढ़ लाख रुपए नकद बरामद किए हैं। मिसरोद थाना प्रभारी मनीषराज सिंह भदौरिया ने बताया कि बबलेश मीणा के स्थान पर सोनू कुमार मिश्रा (31), निवासी कदम कुआं पटना, मूल निवासी जिला मधुबनी, बिहार परीक्षा देने पहुंचा था। बायोमैट्रिक्स जांच के दौरान फिंगरप्रिंट नहीं मिलने के कारण वह पकड़ा गया। सोनू मिश्रा की निशानदेही पर राजस्थान के दौसा निवासी 27 वर्षीय बबलेश मीणा और जयपुर के जगतपुरा निवासी 30 वर्षीय जसवंत मीणा को गिरफ्तार किया गया है। सोनू मिश्रा बबलेश मीणा बनकर परीक्षा देने पहुंचा था। जसवंत मीणा नाम के युवक ने चार लाख रूपए में परीक्षा देने के लिए सोनू मिश्रा को भेजा था, जबकि जसवंत ने परीक्षार्थी बबलेश मीणा से 10 लाख रुपए में डील की थी। मास्टरमाइंड जसवंत है, उसे भी पकड़ लिया गया है। मंगलवार को जसवंत मीणा और बबलेश मीणा को भी कोर्ट में पेश किया गया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया है। जसवंत भी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है, उसके मोबाइल में मिले फोन नंबर को जांच में लेकर पता लगाया जा रहा है कि मास्टरमाइंड ने और कितने लोगों से इस तरह पैसे लेकर सॉल्वर परीक्षा देने के लिए भेजे थे। जसवंत और बबलेश मीणा से पूछताछ में कुछ और सुराग हाथ लगे हैं, पुलिस जिनका तस्दीक कर रही है।