मप्र में राजनीतिक नियुक्तियों की कवायद तेज

भोपाल।
मप्र सरकार में राजनीतिक नियुक्तियों की कवायद अब जल्द शुरू होने वाली है। संगठन स्तर पर लिस्ट लगभग तैयार हो गई है, जिसमें क्षेत्र को साधने के साथ ही प्रमुख लोगों को मुख्य धारा में लाकर अहम जिम्मेदारी दी जाएगी। पूर्व मंत्री रामनिवास रावत, अरविंद भदौरिया, उमाशंकर गुप्ता व अंचल सोनकर के साथ पूर्व संगठन मंत्री व पूर्व विधायक आदि प्रमुख नामों में शामिल हैं। बुधवार को पूर्व मंत्री रामकृष्ण कुसमारिया को मप्र पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग का अध्यक्ष और मौसम बिसेन को सदस्य बनाकर इसकी शुरुआत कर दी गई है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि संभावित नामों को लेकर दो दौर की बातचीत हो गई है। नए प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल के साथ प्रारंभिक बातचीत के बाद नामों को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। दिल्ली से नियुक्तियों को लेकर हरी झंडी मिल गई है। गुरुवार को सीएम आवास पर खंडेलवाल, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद की बैठक हुई। संगठन पर दिल्ली से जल्द राजनीतिक नियुक्तियां करने का दबाव है। ऐसा न होने पर कार्यकर्ता पार्टी से दूर होता चला जाएगा।सरकार में राजनीतिक नियुक्तियों के बाद संगठन में जो पद रिक्त होंगे, वहां नए लोग लाए जाएंगे। निगम-मंडल, प्राधिकरण और आयोग के साथ कॉलेजों की जनभागीदारी समिति और निकायों में एल्डरमैन की नियुक्ति के नाम भी ले लिए गए हैं। अभी 40 से अधिक निगम-मंडल व बोर्ड में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के पद खाली हैं।
डेढ़ साल से है... इन नियुक्तिों का इंतजार
यहां बता दें कि दिसंबर 2023 में सरकार के गठन के बाद बाद विभिन्न निगम और मंडलों के अध्यक्षों व अन्य को हटा दिया गया था। इसके बाद विभागों के अपर मुख्य सचिव व प्रमुख सचिव इस पद पर बैठे। बाद में मंत्रियों को जिम्मेदारी दे दी गई। जिन लोगों को निगम-मंडलों, प्राधिकरणों या आयोगों में एडजस्ट होना था, उनका इंतजार बढ़ता जा रहा है।