• पिछले 5 वर्ष के आकडे़ चिंता जनक,30 जून तक नलकूप खोदने रोक

भोपाल । भोपाल में भू-जल स्तर लगातार गिर रहा है। पिछले पांच साल के आकड़े को देखें तो राजधानी भोपाल में भूजल स्तर साल दर साल गिरता जा रहा है और संभवत: इस साल भी स्तर और नीचे जा सकता है। जो कि चिंताजनक स्थिती है। भोपाल में बारिश की असमानता और रिचार्जिंग नहीं होने से भू-जल स्तर लगातार गिर रहा है। पिछले पांच साल के आकड़े को देखें तो राजधानी भोपाल में भूजल स्तर साल दर साल गिरता जा रहा है और संभवत: इस साल भी स्तर और नीचे जा सकता है। जो कि चिंताजनक स्थिती बन रही है। 2024 केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, भोपाल जिला 'अर्ध-महत्वपूर्ण क्षेत्र' (सेमी क्रिटिकल एरिया) में है, जहां केवल 20.71% भूजल स्तर बचा है। भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने भोपाल ने जिले के शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में 30 जून तक गैर-सरकारी और निजी नलकूप खोदने पर रोक लगा दी है।
बोरिंग करने वाली मशीनें होंगी जप्त
भोपाल कलेक्टर ने कहा है कि भूजल स्तर में लगातार हो रही गिरावट को रोकने के लिए 30 जून तक गैर-सरकारी और निजी नलकूप खोदने पर रोक लगा दी है। आदेश में अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) की पूर्व अनुमति  के बिना जिले में किसी भी नलकूप या बोरिंग मशीन के आने पर रोक लगाई गई है। खुदाई या बोरिंग करने का प्रयास करने वाली अनधिकृत मशीनों को जब्त कर लिया जाएगा और उन पर आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा।विज्ञापन
पिछले पांच वर्षों की स्थिती
वर्ष       स्तर मीटर में

2020     8.83
2021    8.40
2022    5.85
2023    6.49
2024    6.99

इस वर्ष भी गिरेगा जल स्तर
मध्य प्रदेश जल संसाधन विभाग के सहायक भू-जल विज्ञानी संजीव जोधपुरकर ने बताया कि जिले का भूजल स्तर साल दर साल गिरता जा रहा है और संभवत: इस साल भी स्तर और नीचे जा सकता है।  उन्होने बताया कि इस वर्ष के लिए जल स्तर की वास्तविक स्थिति का निर्धारण डेटा संग्रह के बाद किया जा सकता है, जो 20 मई से शुरू होगा।
उल्लंघन करने वालों को हो सकती है जेल
भोपाल का भूजल स्तर 'अर्ध-महत्वपूर्ण' क्षेत्र (सेमी क्रिटिकल एरिया) में है उल्लंघन करने वालों के खिलाफ नियम बनाए गए हैं। उन्हें 2 हज़ार रुपये तक का जुर्माना या दो साल की जेल हो सकती है। सरकारी प्रायोजित ट्यूबवेल परियोजनाओं और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा किए गए कार्यों को छूट दी गई है। दूसरी ओर, अधिनियम की धारा 4 सार्वजनिक जल आपूर्ति के लिए नए खोदे गए निजी कुओं को जब्त करने की अनुमति देती है। नए नियम तुरंत प्रभावी हैं, जो जिले की जल आपूर्ति के संरक्षण में एक महत्वपूर्ण कदम है। 2024 के लिए केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, भोपाल जिला 'अर्ध-महत्वपूर्ण क्षेत्र' में है, जहां केवल 20.71% भूजल स्तर बचा है।