• कलेक्टर से हुई शिकायत, होगी सख्त कार्रवाई

भोपाल। भोपाल जिले में वन विभाग की भूमि पर लगातार अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है। जिसकी शिकायत भोपाल कलेक्टर से की गई है। कलेक्टर ने वन विभाग के अधिकारियों को मीटिंग कर सख्त कार्रवाई करने की निर्देश दिए हैं। राजधानी भोपाल जिले के आसपास के वन क्षेत्र में लगातार अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है। जिसकी शिकायत भोपाल कलेक्टर से की गई है। कलेक्टर ने वन विभाग के आला अधिकारियों के साथ मीटिंग कर वन विभाग की अतिक्रमण वाली भूमियों पर तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने  वन भूमि पर बढ़ते अतिक्रमण और अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने की बात कही है। बैठक में जिला वन अधिकारी आलोक पाठक, समरधा, बैरसिया और नजीराबाद के रेंजर और वरिष्ठ ग्रामीण पुलिस अधिकारी शामिल थे।
अवैध उत्खनन और पेड़ों की कटाई पर रोक लगाने के निर्देश
भोपाल कलेक्टर ने अतिक्रमणकारियों को बेदखल करने, अवैध उत्खनन और पेड़ों की कटाई पर अंकुश लगाने और जिले की वन भूमि में रात के समय बाघों की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों में वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित करने जैसे प्रमुख मुद्दों के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने एनजीटी द्वारा लिए गए निर्णयों के क्रियान्वयन की भी समीक्षा की और अगोनी, समरधा और प्रेमपुरा सहित गांवों में फरिस्ट से राजराव को हस्तांतरित वन भूमि से जुड़े भूमि लेनदेन पर प्रतिबंध लगाने की आवश्यकता पर जोर दिया।विज्ञापन
बैरसिया और नजीराबाद में हुआ अतिक्रमण
 कलेक्टर से की गई शिकायत में खुलासा हुआ है कि नजीराबाद में दो और बैरसिया में दो लोगों को वन भूमि पर अतिक्रमण किया है जिन्हे नोटिस जारी किए गए हैं। डीएफओ आलोक पाठक ने सख्त कार्रवाई के लिए कहा कि आगे की कार्रवाई को अंतिम रूप देने के लिए बैरसिया एसडीएम की अध्यक्षता में एक और समीक्षा बैठक होगी। पाठक ने कहा कि वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बाघों के भ्रमण वाले क्षेत्रों में भारी वाहनों की आवाजाही के लिए समय सीमा लागू करने पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है।अतिक्रमणकारियों और अन्य अवैध कार्यों के खिलाफ कार्रवाई के लिए संयुक्त प्रवर्तन दल तैनात किए जाएंगे। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि वन विभाग द्वारा रखे गए बिंदुओं पर चर्चा करने के लिए वन, राजस्व, खनन और पुलिस के अधिकारियों के साथ एक अंतर-विभागीय बैठक आयोजित की गई थी।