• कातिलों ने बचने तक का मौका न दिया; ये थी विवाद की वजह

फतेहपुर। फतेहपुर में चुनावी रंजिश में प्रधान के दो पुत्रों और एक पौत्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई। खेत जाते समय घात लगाकर हमलावरों ने गोलियां बरसाईं। प्रधान की बहू ने पूर्व प्रधान समेत छह के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। फतेहपुर के अखरी गांव में हुए तिहरे हत्याकांड में कातिलों ने न तो किसी को भागने का मौका दिया और न ही बचने का। पुलिया के दोनों ओर तीनों शव मिले हैं। हृदयविदारक घटना का मंजर पुलिया पर पड़े शवों को देखने से ही समझा जा सकता है। पुलिस को पुलिया के पास तीनों शव त्रिकोणीय अवस्था में मिले हैं। नलकूप के पास की पुलिया पर एकांत जगह का फायदा उठाकर वारदात को अंजाम दिया गया। प्रधान रामदुलारी का घर गांव के बाहरी छोर पर बना है। गांव से पूरब की ओर डामर रोड और खेत हैं। करीब एक किलोमीटर पर पुलिया बनी है। पुलिया के बगल में रमेश का नलकूप है। पुलिस को अनूप का शव पुलिया की खंती में मिला। पुलिस को मौका मुआयना से पता चला कि अनूप ने जान बचाने के लिए पुलिया में घुसने की कोशिश की थी। उसका शव पुलिया की दीवार से सटा मिला था। उसे गोली पुलिया की बाउंड्री पर खड़े होकर मारी गई। गोली उसकी बाई कनपटी में सिर के पार हो गई। पुलिया के बाईं ओर भाकियू नेता पप्पू सिंह का शव मिला। उसे गोली कमर के नीचे मारी गई। उसे दो से तीन गोलियां लगना माना जा रहा है। बाई ओर ही चार से पांच मीटर पहले पप्पू सिंह के बेटे अभय का शव पड़ा मिला। उसके सीने में गोली लगी थी। घटना के बाद मौके पर पहुंची फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं।

घूरने को लेकर हुए विवाद की चर्चा 
ग्रामीणों में चर्चा रही कि मंगलवार सुबह विनोद उर्फ पप्पू बाइक से गांव घूमने के लिए घर के दरवाजे पर खड़े थे। तभी पूर्व प्रधान सुरेश का बेटा पीयूष ट्रैक्टर लेकर घर के सामने से गुजरा। ग्रामीणों के अनुसार, पीयूष ने दरवाजे पर खड़े विनोद को घूरते हुए कुछ टिप्पणी की और आगे बढ़ गया। यह बात विनोद को नागवार गुजरी। उन्होंने बाइक से ट्रैक्टर का पीछा किया।

इसके बाद पुलिया के पास दोनों का विवाद होने लगा। तभी पूर्व प्रधान मुन्नू अपने साथियों के साथ पहुंचा और वारदात को अंजाम दे दिया। वहीं, कुछ लोगों में ट्रैक्टर को ओवरटेक करने को लेकर भी विवाद की शुरुआत होने की चर्चा रही। पुलिस ने अनूप की पत्नी मनीषा की तहरीर पर पूर्व प्रधान व उसके पुत्र पीयूष, भूपेंद्र, सज्जन, विवेक, जान उर्फ विपुल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। तीन आरोपी गिरफ्तार किए हैं। 

चुनावी रंजिश में प्रधान के दो पुत्रों व एक पौत्र की गोली मारकर हत्या 
यूपी के फतेहपुर जिले में तिहरे हत्याकांड से सनसनी फैल गई। हथगाम थाना क्षेत्र के अखरी गांव में यह वारदात मंगलवार को हुई। ग्राम प्रधान के दो बेटों और पौत्र की मंगलवार सुबह खेत जाते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या प्रधानी चुनाव की रंजिश में हुई है। आरोप है कि पूर्व प्रधान ने अपने बेटे और अन्य साथियों के साथ घात लगाकर वारदात को अंजाम दिया। मृतकों में एक भाकियू टिकैत गुट का जिला उपाध्यक्ष था। 

बाइक से खेत पर जा रहे थे तीनों
परिजन की तहरीर पर पुलिस ने पूर्व प्रधान सुरेश सिंह उर्फ मुन्न समेत छह के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, फरार हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए 10 टीमें गठित की गई हैं। तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस व पीएसी तैनात कर दी गई है। अखरी गांव की प्रधान राम दुलारी की बहू मनीषा ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि मंगलवार सुबह उनके पति अनूप सिंह (40), जेठ विनोद सिंह (45) व भतीजा अभय प्रताप (21) बाइक से खेत जा रहे थे। 

गांव निवासी रमेश के नलकूप के पास रंजिश के चलते पहले से घात लगाकर बैठे ट्रैक्टर सवार पूर्व प्रधान सुरेश सिंह उर्फ मुन्नू, उसके पुत्र पीयूष, भूपेंद्र, सज्जन, विवेक, जान उर्फ विपुल ने तीनों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इससे तीनों की मौके पर मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी स्कॉर्पियो से भाग निकले। 

ग्रामीणों ने किया हंगामा
हत्या की सूचना पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। उन्होंने हंगामा किया और शव नहीं उठने दिए। मौके पर पहुंचे एसपी धवल जायसवाल ने सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। करीब चार घंटे बाद पुलिस शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज सकी। तिहरे हत्याकांड की सूचना पर प्रयागराज एडीजी भानू भास्कर, आईजी प्रेम कुमार समेत अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच की। 

करीबी का कोटा छिनने से बढ़ी अदावत 
आगामी पंचायत चुनाव में पूर्व प्रधान सुरेश सिंह उर्फ मुन्नू और विनोद सिंह उर्फ पप्पू एक दूसरे के खिलाफ लड़ने वाले थे। पूर्व प्रधान को विनोद सिंह से लगातार हार का सामना करना पड़ रहा था। कई साल से पूर्व प्रधान के करीबी राम प्रसाद के पास राशन की दुकान थी। इसका संचालन अप्रत्यक्ष रूप से पूर्व प्रधान पक्ष ही करता था। एक साल पहले पप्पू ने राशन की दुकान में अनियमितता की शिकायत की, जिससे कोटा बंद हो गया। इस तरह से पूर्व प्रधान के कब्जे से राशन दुकान भी छिन गई। वहीं पूर्व प्रधान के कब्जे वाली सरकारी जमीन भी पैमाइश करवाकर विनोद सिंह ने छीन ली थी। इसे लेकर दोनों पक्षों में अदावत बढ़ गई थी। 
पूर्व प्रधान दबंग है। उस पर पूर्व में हत्या समेत कई मामले दर्ज हैं। आरोपियों पर रिपोर्ट दर्जकर तीन की गिरफ्तारी की गई है। गांव में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल व पीएसी तैनात कर दी गई।