• अगले पांच दिन भीगेगा पूरा प्रदेश

भोपाल।  शनिवार को भी 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। रीवा, ग्वालियर और चंबल संभाग में असर सबसे ज्यादा रहेगा। मौसम विभाग ने ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, पन्ना, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में भारी बारिश की चेतावनी दी है। मध्य प्रदेश में बारिश का स्ट्रांग सिस्टम एक्टिव होने की वजह से लगातार तेज बारिश का दौर जारी है। प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बौछारें पड़ रही है। शनिवार को भी 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। रीवा, ग्वालियर और चंबल संभाग में असर सबसे ज्यादा रहेगा। मौसम विभाग ने ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, पन्ना, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में भारी बारिश की चेतावनी दी है। यहां अगले 24 घंटे में साढ़े 4 इंच तक पानी बरस सकता है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर समेत प्रदेश के अन्य जिलों में बारिश का यलो अलर्ट है।
पांच दिन तक मौसम में कोई बदलाव नहीं
उत्तर-पूर्व और दक्षिणी हिस्से से दो टर्फ गुजर रही है। इसलिए उत्तरी और दक्षिणी जिलों में बारिश का अलर्ट है। मौसम विभाग की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि अगले 5 दिन तक मौसम में कोई बदलाव नहीं होगा। कहीं अति भारी तो कहीं भारी बारिश हो सकती है।विज्ञापन
20 जिलों में बारिश, नौगांव में सबसे ज्यादा
प्रदेश में शुक्रवार को 20 से अधिक जिलों में बारिश हुई। छतरपुर के नौगांव में सबसे ज्यादा 1 इंच पानी गिरा। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को भोपाल, बैतूल, दतिया, गुना, ग्वालियर, नर्मदापुरम, इंदौर, खंडवा, रतलाम, उज्जैन, खजुराहो, नरसिंहपुर, रीवा, सतना, टीकमगढ़, बालाघाट, उमरिया, मऊगंज समेत कई जिलों में बारिश का दौर बना रहा।
प्रदेश में 1 दिन लेट पहुंचा मानसून
इस बार देश में मानसून 8 दिन पहले ही आ गया था। वहीं, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में यह तय समय से पहले पहुंच गया। ऐसे में अनुमान था कि मध्यप्रदेश में यह जून के पहले सप्ताह में ही आ जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पिछले 15 दिन से मानसून महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ में एक ही जगह पर ठहरा रहा। इस वजह से एमपी में इसकी एंट्री नहीं हो पाई। 13-14 जून को मानसून आगे बढ़ा। बावजूद यह प्रदेश में 1 दिन लेट हो गया। हालांकि, 3 दिन में ही मानसून ने प्रदेश के 53 जिलों को कवर कर लिया। वहीं, एक के ठहराव के बाद बाकी बचे 2 जिले- भिंड और मऊगंज में भी मानसून एंटर हो गया। इस तरह 5 दिन में ही मानसून ने पूरे प्रदेश को कवर कर लिया। एमपी में मानसून के प्रवेश की सामान्य तारीख 15 जून ही है। पिछले साल यह 21 जून को एंटर हुआ था। मानसून के एक्टिव होने के बाद से ही पूरे प्रदेश में तेज बारिश का दौर चल रहा है। ऐसे में उम्मीद है कि जून की सामान्य बारिश का आंकड़ा मानसून पार कर लेगा।