वर्चुअल नंबर और सिम कार्ड से बनाया जाता था निशाना

इंदौर। इंदौर की क्राइम ब्रांच ने सुदामा नगर निवासी पुनीत वाधवानी को गिरफ्तार किया है। पुनीत पर आरोप है कि वह फर्जी सॉफ्टवेयर बेचकर ठगी करने वाली एडवाइजरी कंपनियों को मदद करता था। तीन दिन पहले विजयनगर इलाके में होनेस्ट एडवाइजरी नामक फर्जी कंपनी पर छापेमारी के दौरान एक नकली सॉफ्टवेयर का उपयोग पाया गया था। जांच में पता चला कि यह सॉफ्टवेयर पुनीत ने उपलब्ध कराया था। क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि पुनीत पीएनपी सॉफ्टवेयर नामक फर्म संचालित करता था। वह ऐसे सॉफ्टवेयर तैयार करता था, जिनके जरिए ग्राहकों से वर्चुअल नंबर और फर्जी सिम कार्ड का इस्तेमाल कर ठगी की जाती थी। जांच में यह भी सामने आया कि डॉक्टर सुनील साहू की पत्नी सोनाली पुनीत के लिए काम करती थी। सोनाली और पुनीत के संबंधों के कारण ही वकील संतोष शर्मा से पुनीत की दोस्ती हुई। हत्याकांड के पहले तक सोनाली, गोपुर चौराहे स्थित पुनीत की कंपनी में काम करती थी। फिलहाल, क्राइम ब्रांच पुनीत से अन्य राज्यों में उसकी गतिविधियों और ठगी के मामलों की जानकारी जुटा रही है।