बेशरम मंत्री का बेशरम बयान, एसआईटी से विजय शाह बोले मैंने कुछ गलत नहीं कहा
भोपाल।
कर्नल सोफिया कुरैशी (colonel sophia qureshi) के खिलाफ बेशर्म बयान के मामले में आदिम जाति कल्याण मंत्री विजय शाह का आखिरकार दो माह बाद एसआइटी से आमना-सामना हुआ। यह तीन सदस्यीय एसआइटी सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर मंत्री शाह के बयान की गहराई से जांच कर रही है। इसके सदस्यों ने मंत्री शाह से भोपाल में करीब एक घंटे तक बंद कमरे में पूछताछ की।
पूछे गए 10 से ज्यादा सवाल
इस दौरान एसआइटी के दो सदस्य प्रत्यक्ष रुप से मौजूद रहे जबकि एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जुड़े। इस दौरान विजय शाह से पूरे घटनाकम और उनके विवादित बयान को लेकर करीब 10 से ज्यादा सवाल पूछे गए। बता दें, इंदौर के महू में एक कार्यक्रम के दौरान मंत्री शाह अपने बेतुके बयान के बाद विवादों से घिर गए थे। उनके बयान को मप्र हाईकोर्ट ने भी स्वतः संज्ञान में लेकर नोटिस जारी किए थे।एसआइटी ने मंत्री से पूछतार पूरी कर ली है।
अपने बेशर्म बयान पर तने रहे मंत्री
सूत्रों की मानें तो एसआइटी से मंत्री शाह ने बार-बार यही कहा कि मैंने कुछ भी गलत नहीं बोला था। मेरी बातों का बिल्कुल अलग मतलब निकाला गया है। मेरा उद्देश्य गलत नहीं था। इस दौरान एसआइटी द्वारा उनके विवादित बयान को भी दोबारा सुनाया गया। लेकिन फिर भी मंत्री शाह ने यही कहा कि मेरी बातों का गलत मतलब निकाला गया है। इससे पहले 7 जून को एसआइटी द्वारा पूर्व मंत्री एवं भाजपा विधायक ऊषा ठाकुर के इंदौर में बयान लिए गए थे। बता दें, एसआइटी टीम में आइपीएस प्रमोद वर्मा, कल्याण चक्रवर्ती और वाहिनी सिंह शामिल हैं।
तैयार हो रही स्टेटस रिपोर्ट, 28 को कोर्ट में होगी पेश
मंत्री शाह का बयान लेने के तुरंत बाद ही एसआइटी ने दूसरी स्टेटस रिपोर्ट तैयार करना शुरू कर दी है। इसे 28 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट (supreme court) में पेश करना है। इससे पहले एसआइटी द्वारा 28 मई को सुप्रीम कोर्ट में जांच की पहली स्टेटस रिपोर्ट सौंपी गई थी। लेकिन तब एसआइटी ने जांच के लिए कोर्ट से कुछ और वक्त मांगा था। लेकिन अब मंत्री विजय शाह के साथ ही मंच पर मौजूद रहीं पूर्व मंत्री ऊषा ठाकुर और 20 से ज्यादा अहम लोगों के बयान लिए जा चुके हैं। यह जांच की अहम कड़ी मानी जा रही है।
पहली स्टेटस रिपोर्ट में एसआइटी ने ये कहा था
सुप्रीम कोर्ट में एसआइटी की पहली स्टेटस रिपोर्ट में बताया गया था कि मोबाइल फोन सीज कर लिया गया है। कुछ गवाहों के बयान दर्ज किए गए हैं। अभी पूरे मामले की जांच चल रही है। साथ ही एसआइटी द्वारा जांच पूरी करने के लिए कोर्ट से थोड़ा और समय मांगा गया था। इसके बाद संभवतः एसआइटी फाइनल रिपोर्ट कोर्ट को पेश करे।