• बोले- कंपनी से अनुबंध खत्म किया जाए

  • मेट्रो ऑफिस का घेराव करने पहुंचे कांग्रेसी

भोपाल। भोपाल-इंदौर मेट्रो में तुर्किए की कंपनी 'असिस गार्ड' का ठेका है। वह स्टेशनों पर ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम लगा रही है। इसे लेकर नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और भोपाल सांसद आलोक शर्मा का बयान सामने आ चुका है। वहीं, अब कांग्रेस भी मैदान में उतर गई है।बुधवार को कांग्रेस ने विरोध जताया। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा अपने समर्थकों के साथ गोविंदपुरा स्थित मेट्रो कॉरपोरेशन ऑफिस के बाहर पहुंचे और प्रदर्शन किया। उन्होंने मांग की कि भोपाल के साथ इंदौर में भी तुर्किए की कंपनी का एग्रीमेंट तुरंत खत्म किया जाए। नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने ट्विट कर मामले की जांच कराने की बात कही।

'असिस' को भोपाल-इंदौर में यह काम मिला एमपी मेट्रो कॉर्पोरेशन ने मेट्रो स्टेशनों पर ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन के लिए साल 2024 में इंटरनेशनल टेंडर कॉल किए थे। कुल 3 कंपनियों ने टेंडर भरे थे। इनमें से एक तुर्किए की असिस इलेक्ट्रॉनिक ब्लिसिम सिस्टमेलेरी भी शामिल है, जबकि दो अन्य कंपनी- एनईसी कॉर्पोरेशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और शेलिंग फॉस्क ग्लोबल डिजिटल टेक्नोलॉजी थीं।

230 करोड़ रुपए के टेंडर कॉल के मुकाबले तुर्किए की कंपनी ने 186 करोड़ 52 लाख रुपए की राशि टेंडर में दी थी। दूसरे स्थान पर एनईसी कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड ने 204.57 करोड़ का प्रस्ताव सौंपा था। इस हिसाब से तुर्किए की कंपनी को टेंडर हासिल हो गया। टेंडर मिलने के बाद कंपनी ने स्टेशनों पर सिस्टम लगाने भी शुरू कर दिए। भोपाल में सुभाष नगर, केंद्रीय स्कूल, डीबी मॉल, एमपी नगर और रानी कमलापति स्टेशन पर गेट्स लगाए जा चुके हैं जबकि डीआरएम तिराहा, अलकापुरी और एम्स में काम चल रहा है। इंदौर में भी 5 स्टेशन- गांधीनगर से सुपर कॉरिडोर-3 तक सिस्टम इंस्टॉल किया जा चुका है। भोपाल और इंदौर के पहले फेस के कुल 53 स्टेशनों पर कंपनी काम करेगी। कंपनी के जिम्मे सबसे महत्वपूर्ण ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन यानी किराया लेने की पूरी प्रक्रिया का सिस्टम तैयार करने का काम है। जिसमें कार्ड के जरिए किराया लेने के बाद ही गेट खुलना भी शामिल है। यह कंपनी सिस्टम का पूरा मेंटेनेंस भी करेगी।