12 फीट गहराई, हो रहे हादसे
लोग बोले-हो सुधार, पीडब्ल्युडी  को लिखे 4 पत्र

भोपाल। भोपाल में पीडब्ल्युडी की बड़ी लापरवाही सामने आई है। कोलर क्षेत्र में रोड़ चौड़ीकरण के दौरान नहर को नाली का आकार दे दिया गया है और खुला छोड़ दिया है। गहराई 12 फिट  है जिससे कई हादसे हो रहे हैं।अब जलसंसाधन विभाग इसे सुधाने के लिए पत्र लिख रह है। राजधानी भोपाल के कोलार क्षेत्र में एक नहर के मामले में दो विभाग आमने-सामने आ गए हैं। दरअसल क्षेत्र की रोड के चौड़ीकरण करने के चक्कर में जल संसाधन विभाग की नहर को पीडब्ल्यूडी ने नाली का आकार दे दिया है। इस नहर में तकनीकी रूप से भी कई गड़बड़ियां सामने आई है। नहर को रोड के बीचो-बीच बनाया गया है। इस नहर में कहीं 12 फीट गहराई तो कहीं 8 फीट और कई जगह 6 फीट रखा गया है। क्षेत्र के लोगों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार यहां आए दिन घटनाएं घट रही है हाल ही में एक बच्ची गिर गई थी जिसके दोनों हाथ टूट गए थे। वहीं कई गाय और बछड़े गिरने की भी जानकारी है। अब सवाल यह उठता है कि अगर नहर को इतनी गहरी बनाना ही था तो इसको खुला क्यों छोड़ा। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कुछ गड़बड़ियां पाई गई है जिसके लिए उन्होंने पीडब्ल्यूडी को पत्र लिखा है। जल्द गड़बड़ियों में सुधार किया जाएगा।
बच्ची के टूट गए थे कंधे 
नहर के पास दुकान चलाने वाले रीना ने बताया कि पिछले दिनों प्रियंका नगर की रहने वाली एक बच्ची रोड क्रॉस करते समय नहर में गिर गई थी और उसके दोनों कंधे टूट गए थे। उन्होंने बताया कि यह कोई पहली घटना नहीं है पहले भी इसमें कई गाय और बछड़े गिर चुके हैं। उन्होंने कहा है कि इस तरह की घटना को रोकने के लिए इसमें स्लैब डालना बहुत जरूरी है। वहीं आदम सिंह राजपूत ने बताया कि आए दिन घटनाएं घटती हैं। यहां पर आने वाले अधिकारियों से हम लोग कई बार आग्रह कर चुके हैं कि इसको बंद कर दीजिए ताकि यहां बच्चे बुजुर्ग और जानवर सभी सुरक्षित रहें। उन्होंने बताया कि 1 साल से यह खुला पड़ा है और लगातार घटनाएं घट रही हैं लेकिन कोई देखने सुनने वाला नहीं है। मौके पर मौजूद राहुल ने बताया कि गाय बछड़े के साथ एक्सीडेंट होता है तो गाड़ियां भी इसमें गिर जाती हैं। पिछले दिनों एक गाड़ी गिर गई थी जिसके बाद में उसे निकल गया। राहुल ने कहा कि इसको जल्द से जल्द बंद करना चाहिए नहीं तो कोई बड़ी घटना भी हो सकती है। जिसमें किसी की जान जा सकती है।
बगैर देखे कर दिया पेमेंट 
नहर का काम पीडब्ल्यूडी ने किया है पीडब्ल्यूडी ने जिस ठेकेदार को इस नहर का काम दिया था जानकारी के अनुसार जल संसाधन विभाग ने दो करोड़ के आसपास पेमेंट भी कर दिया है बाकी का पेमेंट होना बाकी है। अब बड़ा सवाल यह है कि जब नहर में गड़बड़ी पाई गई और पीडब्ल्यूडी को जल संसाधन विभाग को लेटर लिख रहा है। वहीं दूसरी तरफ पेमेंट कैसे कर दिया गया।  हालांकि इस पर विभाग के अधिकारियों का कोई जवाब नहीं मिला है। अब देखना होगा कि आगे का पेमेंट होता है या पेंमेट रोक कर सुधार कार्य करवाया जाएगा। 
जो गड़बड़ी हुई है उसके लिए पीडब्ल्यूडी को लिखा है पत्र 
नहर का काम पीडब्ल्यूडी ने किया है मेरे हिसाब से तो ठीक है बाकी जो गड़बड़ी होगी उसकी जांच करवा लेंगे। जो गड़बड़ी पाई गई थी उसके लिए हमने पीडब्ल्यूडी को लेटर लिखा है। हमारी नहर है हम चाहते हैं कि अच्छे से बने ताकि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी ना, इसके आगे भी काम होना है आगे किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो इसका हम ख्याल रखेंगे।  नितिन कुइकर, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर जल संसाधन विभाग