• देश की नामी कंपनियों के 2500 करोड़ के प्रोजेक्ट

नीमच। सौर उर्जा से बिजली उत्पादन का नीमच जिला हब बन गया है। देश की नामी कंपनियों के 2500 करोड़ के प्रोजेक्ट यहां लगे हुए हैं। यहां के सौर उर्जा से बनी बिजली से मुंबई सहित अन्य बड़े शहरों में ट्रेन दौड़ रही है। नीमच जिले में सौर उर्जा से बन रही बिजली से पश्चिम रेलवे की ट्रेनें दौड़ रही हैं। मुंबई सेंट्रल, वडोदरा, रतलाम, अहमदाबाद, राजकोट, भावनगर सहित कई रूट पर ट्रेनें नीमच में पैदा हो रही बिजली से चल रही हैं। सौर उर्जा से बिजली उत्पादन में नीमच जिला हब बन गया है। यहां पर सात प्लांट स्थापित हो गए हैं। फिलहाल, 400 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। अगले वर्ष यह उत्पादन बढ़कर 750 मेगावॉट हो जाएगा, जो कि मध्यप्रदेश में सौर उर्जा से बिजली उत्पादन में नीमच जिले की स्थिति पहले पायदान पर पहुंच जाएगी। नीमच जिले में सौर उर्जा का पहला प्लांट भगवानपुरा डीकेन में वर्ष 2012 में स्थापित हुआ था, प्रधानमंत्री व तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस प्लांट की आधारशीला रखी थी। इसके बाद एक के बाद एक प्रोजेक्ट आते गए। वर्तमान में स्थिति यह है कि मध्यप्रदेश की बिजली कंपनी को बिजली की पर्याप्त आपूर्ति देने के बाद शेष बची हुई बिजली रेलवे विभाग को पहुंच रही है। जिले में 7 छोटे से लेकर बड़े सौर उर्जा प्रोजेक्ट हैं, इनमें से दो प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। बाकी पांच यूनिट पर बिजली उत्पादन जारी है। सभी प्रोजेक्ट की लागत करीब 2500 करोड रुपये है। टाटा सहित विभिन्न कंपनियां के सौर उर्जा से बिजली उत्पादन कर रही है। सिंगोली में स्थित प्लांट के मैनेजर निखिल चौहान ने बताया कि पश्चिम रेलवे के साथ-साथ बिजली कंपनी को बिजली प्रदान की जा रही है। सौर उर्जा विभाग के इंचार्ज बालाराम राठौर ने बताया कि नीमच जिले सौर उर्जा से बिजली उत्पादन में अग्रिणी है।
जिले में कहां कितने मेगावॉट के प्लांट
भगवानपुरा डीकेन- 105 मेगावॉट
पाडलिया- 25 मेगावॉट
सिंगोली तहसील बडी, कवाई, बडावदा- 500 मेगावॉट
सूठोंली जावद- 25 मेगावॉट
रामपुरा हतुनिया- 40 मेगावॉट
वर्तमान में बिजली उत्पादन
सिंगोली क्षेत्र की यूनिट से 330 मेगावॉट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। वहीं डीकेन, पाडलिया में 130 मेगावॉट बिजली उत्पादन हो रहा है।
सूठोली में 25 मेगावॉट और हनुनिया में 40 मेगावॉट के सौर उर्जा प्लांट बनकर तैयार हो गए है। यहां से भोपाल नगर निगम बिजली लेगी। अगले माह बिजली का सप्लाई शुरू जाएगा।
पानी से बजली पैदा करेगी ग्रीन को कंपनी
रामपुरा तहसील के करीब 550 हेक्टेयर भूमि पर 12000 करोड़ की बडी बिजली यूनिट का काम इन दिनों चल रहा है। जिसमें 1920 मेगावॉट बिजली का उत्पादन होगा। दिसंबर 2025 में यह कंपनी मध्यप्रदेश शासन को बिजली देना शुरू कर देगी। चंबल नदी के पानी से बिजली पैदा करने का यह सबसे बडा प्रोजेक्ट है।