कांग्रेस नेता अरुण यादव का गोल्ड, कैश जांच पर सवाल

- 18 साल में सीएस, परिवहन एसीएस, पीएस, टीसी रहे अफसर जांच दायरे में क्यों नहीं
भोपाल। प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने कहा है कि इनोवा कार में मिले गोल्ड और कैश के मामले में पिछले 18 वर्षों में सीएस, परिवहन विभाग के एसीएस, पीएस, टीसी को जांच में शामिल क्यों नहीं किया गया है ? इन सभी वरिष्ठ अधिकारियों के देश- विदेश में अर्जित अकूत संपत्तियों की जांच कराई जानी चाहिए। इन सभी अधिकारियों के सीडीआर एवं उनके घरों के आस-पास के कैमरा रिकॉर्डिंग को सरकार जनता के समाने लेकर आए। लोकायुक्त की रेड में शिवराज सिंह के नए मकान के कागज कैसे मिले, आखिरकार यह शिवराज कौन है ? सीएस अनुराग जैन एवं डीजीपी कैलाश मकवाना ईमानदार हैं तो भ्रष्टाचार पर कार्यवाही कर अपनी ईमानदारी का सबूत दें। राजधानी के मेंडोरी में इनोवा कार में मिले 52 किलो सोना और 11 करोड़ रुपए कैश के मामले में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने 13 सवाल किए गए हैं। इसके अलावा लोकायुक्त पुलिस ने भी सौरभ शर्मा के घर पर छापा मारा है। इसको लेकर यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा है कि आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के यहां रेड को लगभग एक हफ्ता हो गया है, अभी तक कुछ सवालों के जवाब नहीं मिले हैं। एक्स पर यादव ने इन 13 सवालों का जवाब चाहा है।
ये हैं अरुण यादव के 13 सवाल
- 52 किलो सोना जो मिला वो 6 दिसंबर 2024 के पेपर में लिपटा मिला था, मतलब इतना सोना क्या हर महीने इधर से उधर होता था ?
- लोकायुक्त की कार्यवाही कैसे लीक हुई ?
- आईटी, लोकायुक्त एवं पुलिस सबके बयानों में भिन्नता क्यों है ?
- किसके प्लाट पर गाड़ी पकड़ाई, उस प्लाट मालिक को किसका संरक्षण था ?
- रेड में शिवराज सिंह के नए मकान के कागज कैसे मिले, आखिरकार यह शिवराज कौन है ?
- सौरभ शर्मा की जिस कार से रात को 2 बजे प्रशासनिक माफियाओं के भूखंडों से सोना, नगद और किसी महिला के सौंदर्य प्रसाधन की सामग्रियां मिली हैं, वह कार वहां कैसे पहुंच गई। लोकायुक्त का छापा अलसुबह डल चुका था तो रात को 2 बजे तक यह कार दिन के उजालों में कहां से निकली जबकि सड़कों पर इस कार के घूमते हुए सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक हो चुके हैं, इस लिहाज से कार्यवाही के ही दौरान कार किस जगह से निकली तो जांच एजेंसियां कहां थीं ?
- जिस थाने में कार की गुमशुदगी की एफआईआर लिखाने एक महिला पहुंची थी, उसकी रिपोर्ट लिखने के लिए पुलिस महकमे के किस अधिकारी ने थाने पर दवाब बनाया था ?
- पुलिस 6 घंटे तक किसका इन्तज़ार करती रही, क्या पुलिस ने रेड के लिए मना कर दिया था ?
- रातीबड़ के स्थानीय लोगों के हिसाब से 3 गाड़ियां थी, अब तक 2 गाड़ियां कहां हैं ?
- 18 वर्षों में सीएस, परिवहन विभाग के एसीएस, पीएस, टीसी को जांच में शामिल क्यों नहीं किया गया है ? इन सभी वरिष्ठ अधिकारियों के देश- विदेश में अर्जित अकूत संपत्तियों की जांच कराई जाए एवं इन सभी के नियुक्तियां कराने में किस किसकी, क्या - क्या ईमानदार (?) मंशाएं थी, उसका भी खुलासा हो ।
- इन सभी अधिकारियों के सीडीआर एवं उनके घरों के आसपास के कैमरा रिकॉर्डिंग को सरकार जनता के समाने लेकर आये।
- सीएस अनुराग जैन एवं डीजीपी कैलाश मकवाना ईमानदार हैं तो भ्रष्टाचार पर कार्यवाही कर अपनी ईमानदारी का सबूत दें।
- पूर्व एवं वर्तमान परिवहन विभाग के मंत्रियों के स्टाफ की सीडीआर को सरकार उजागर करे ।