राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए मध्यप्रदेश हो रहा है तैयार

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2028 के नेशनल गेम्स की मेजबानी के लिए केंद्र को भेजा प्रस्ताव
भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने प्रदेश को खेलों का हब बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वर्ष 2028 में प्रस्तावित राष्ट्रीय खेलों (नेशनल गेम्स) की मेजबानी के लिए केंद्र सरकार और भारतीय ओलंपिक संघ को औपचारिक प्रस्ताव भेजा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश को खेलों के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने के लिए सरकार पूरी गंभीरता से काम कर रही है। उन्होंने जानकारी दी कि वर्ष 2028 में प्रस्तावित राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी के लिए केंद्र सरकार और भारतीय ओलंपिक संघ को प्रस्ताव भेजा गया है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आयोजन की तैयारी में कोई कसर न छोड़ें और सभी आवश्यक सुविधाएं समय रहते सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने यह बात शुक्रवार को मंत्रालय में खेल एवं युवा कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान कही। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय खेलों की सफल मेजबानी राज्य के लिए गौरव का विषय होगी और इससे प्रदेश को खेलों के राष्ट्रीय मानचित्र पर एक नई पहचान मिलेगी। बैठक में मंत्री विश्वास सारंग और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
एशियन रोइंग चैम्पियनशिप के लिए विशेष तैयारी
प्रदेश में आगामी 14 से 19 अक्टूबर 2025 के दौरान एशियन रोईंग चैम्पियनशिप का आयोजन होना है। यह आयोजन भोपाल के खानूगांव स्थित वॉटर स्पोर्ट्स ट्रेनिंग सेंटर में होगा। इसमें 22 से ज्यादा देशों के लगभग 450 खिलाड़ी, 100 टेक्निकल ऑफिशियल और 12 ज्यूरी मेम्बर्स सहित बड़ी संख्या में वॉटर स्पोर्टस में रूचि रखने वाले भोपाल आएंगे। मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि एशियन रोईंग चैम्पियनशिप के लिये तय आयोजन स्थल खानूगांव वॉटर स्पोर्ट्स ट्रेनिंग सेंटर को अंतर्राष्ट्रीय मापदंडों के अनुसार सर्वसुविधायुक्त बनाया जाए। इससे भोपाल तालाब की ब्रांडिंग के साथ देश में ओलम्पिक-2036 में वॉटर स्पोर्ट्स के आयोजन के लिये भोपाल शहर प्रबल दावेदार भी बनेगा। साथ ही मध्यप्रदेश में वॉटर स्पोर्ट्स, मध्यप्रदेश टूरिज्म एवं स्थानीय व्यापार को भी प्रोत्साहन मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 14 से 19 अक्टूबर को होने वाली एशियन रोईंग चैम्पियनशिप की सभी तैयारियां अभी से प्रारंभ कर लें।विज्ञापन
खेलों को शिक्षा से जोड़ने की पहल
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलों को स्कूल और कॉलेज के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए। इसके लिए कॉलेज स्तर पर अलग से खेल संकाय बनाने के प्रयास शुरू किए जाएं। साथ ही साहसिक खेल गतिविधियों के लिए पचमढ़ी और ओंकारेश्वर में प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि भोपाल के नाथू-बरखेड़ा में 985 करोड़ रुपये की लागत से अंतर्राष्ट्रीय स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया जा रहा है। यहां एथलेटिक्स, फुटबॉल, हॉकी, इनडोर और आउटडोर खेलों की सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इसके अलावा, स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की स्थापना की दिशा में भी प्रयास चल रहे हैं।
खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियों में मौका
प्रदेश में पदक विजेता खिलाड़ियों को सरकारी सेवाओं में नियुक्ति देने की योजना पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य राज्यों के प्रावधानों का अध्ययन कर इस योजना को प्रभावी रूप दिया जाए। बैठक में प्रदेश के एथलीटों की हालिया उपलब्धियों की भी सराहना की गई, जिसमें पोल वॉल्ट में राष्ट्रीय रिकॉर्ड और हॉकी में फाइनल तक पहुंचना शामिल है।