• कलेक्टर ने अफसरों से कहा-इसे गंभीरता से करें

  • जिपं मीटिंग में उठा था मुद्दा

भोपाल। भोपाल की सभी खनिज खदानों के आसपास तार फेंसिंग होगी। ताकि, निर्धारित से ज्यादा जगह में अवैध खनन न हो। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने सोमवार को कलेक्टोरेट में बैठक लेकर अफसरों को निर्देश दिए। कहा कि ये काम गंभीरता से करें। तीन दिन पहले जिला पंचायत की बैठक में जनप्रतिनिधियों ने यह मुद्दा उठाया था। कलेक्टर सिंह ने 'साथी' अभियान में निराश्रित बच्चों के आधार कार्ड को लेकर तहसीलदारों से कहा कि वे जन्म प्रमाण पत्र जल्द दें। 5 अगस्त आखिरी डेट लाइन है। फॉर्मर रजिस्ट्री, आधार आरओआर, पीएम किसान ई-केवाईसी के आंकड़ों में तेजी लाएं। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायतें लंबित हैं तो उन्हें जल्दी दूर करें। समाधान ऑनलाइन कार्यक्रम के लिए चिन्हित शिकायतों का भी निराकरण करें।

गोविंदपुरा ने सबसे ज्यादा शिकायतें दूर कीं सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों के निराकरण में गोविंदपुरा एसडीएम रवीश कुमार श्रीवास्तव आगे रहे। यहां कुल 34 शिकायतें दर्ज की गई थीं। इनमें से 31 संतुष्टि और निराकरण करके बंद की गईं। बैरसिया एसडीएम आशुतोष शर्मा ने 27 में से 24 शिकायतें बंद कराईं।

कोलार एसडीएम आदित्य जैन ने 27 में से 22, हुजूर एसडीएम विनोद सोनकिया ने 14 में से 12, टीटी नगर एसडीएम अर्चना रावत ने 8 में से 5, एमपी नगर एसडीएम एलके खरे ने 11 में से 10 और शहर वृत्त एसडीएम दीपक पांडे ने 17 में से 16 शिकायतों का निराकरण कराया। 100% शिकायतों को संतुष्टिपूर्वक बंद कराने के मामले में बैरागढ़ एसडीएम रविशंकर राय सबसे आगे रहे। उन्होंने दर्ज सभी 9 शिकायतों को संतुष्टि से बंद कराया।

जनप्रतिनिधि बोले-हम पौधे रोपे, आप उखाड़ दें, मेरे पास इसके सबूत भोपाल जिला पंचायत में 11 जुलाई को साधारण सभा की मीटिंग हुई थी। इसमें उपाध्यक्ष मोहन सिंह जाट, सदस्य विनय मेहर आदि ने खनिज खदानों के आसपास तार फेंसिंग नहीं होने और अवैध खनन का मुद्दा उठाया था। उपाध्यक्ष जाट खनिज विभाग के अफसरों पर जमकर भड़के थे। उन्होंने कहा था कि सरकार पौधे रोप रही है। अभियान चला रही है। हमने भी जंगल और गांवों में पौधे रोपे, लेकिन खनिज खदानों के आसपास से इन्हीं पौधों को उखाड़ दिया गया। मेरे पास इसके सबूत हैं। यदि मैं गलत हूं तो इस्तीफा दे दूंगा।

उन्होंने कहा था कि जिले में बड़े पैमाने पर अवैध खनन हो रहा है। जिम्मेदार अफसरों का इस ओर ध्यान नहीं है। हमने जहां पर पौधे रोपे, उन्हें ही खनिज खदान संचालकों ने जेसीबी से उखड़वाकर फेंक दिया, जबकि खदान की निश्चित सीमा होती है और तार फेंसिंग कराना पड़ती है। पूरे जिले में नियम से ज्यादा खनन हो रहा है। इसमें जिम्मेदार भी शामिल हैं। इसके बाद कलेक्टर ने खदानों के आसपास तार फेंसिंग कराने को कहा है।