पुलिस और जवानों ने घेरा महाकाल मंदिर, श्रद्धालु घबरा गए

- मंदिर के प्रवेश द्वार पर सघन चैकिंग
उज्जैन। भारत-पाकिस्तान के बीच बने हालात को लेकर केंद्र के निर्देश पर राज्य सरकार अलर्ट पर हैं। तमाम भीड़-भाड़ वाले शहरों और खासकर संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस व इंटेलिजेंस की पैनी नजर है। धर्म नगरी अवंतिका उज्जैन में हर रोज हजारों की संख्या में पर्यटक और श्रद्धालु पहुंचते हैं। ऐसे में सभी की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शहर भर में पुलिस का फ्लैग मार्च हुआ। वहीं, ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में सायरन के साथ मॉक ड्रिल आयोजित की गई। एसपी प्रदीप शर्मा के निर्देश पर जिला पुलिस की अलग-अलग विंग ने सोमवार को बाबा महाकाल मंदिर में मॉक ड्रिल की। अचानक हुई मॉक ड्रिल के कारण श्रद्धालु डरे-सहमे नजर आए। 150 से अधिक पुलिस जवान व अधिकारी महाकाल मंदिर के कंट्रोल रूम पहुंचे। पुलिस जवानों के अलग-अलग दल बनाकर मंदिर के अलग-अलग प्रवेश द्वारों पर अचानक सघन चैकिंग अभियान चलाया गया। बम डिस्पोजल स्क्वॉड समेत पुलिस की अन्य विंग्स यहां चैकिंग करती नजर आईं। मंदिर में अचानक बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी और जवानों को देखकर पहले तो श्रद्धालु घबरा गए और किसी अप्रिय घटना की आशंका जताई। हालांकि, जब मॉक ड्रिल का पता चला तो उन्होंने राहत की सांस ली।
इसीलिए की गई मॉक ड्रिल
श्री महाकालेश्वर मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए 150 से अधिक पुलिस जवान व अधिकारियों ने श्रद्धालुओं के बीच पहुंचकर मॉक ड्रिल की। जिसमें नगर पुलिस अधीक्षक, अनुभाग कोतवाली राहुल देशमुख, नगर पुलिस अधीक्षक अनुभाग जीवाजीगंज सुमित अग्रवाल, संबंधित थानों के थाना प्रभारी व उनकी पुलिस टीम उपस्थित रही। इस दौरान मंदिर परिसर में संदिग्ध वस्तु मिलने की सूचना पर त्वरित कार्रवाई। आतंकी हमले जैसी गंभीर स्थितियों का परिदृश्य और भगदड़ जैसी स्थिति से निपटने की रणनीति को लेकर अभ्यास किया गया।