• पाकिस्तान से तनाव के बीच फैसला

नई दिल्ली। भारतीय सशस्त्र बलों ने देर रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। इसमें बहावलपुर भी शामिल है, जिसे जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी संगठन का प्रमुख गढ़ माना जाता है। पहलगाम हमले के प्रतिशोध में किए गए इन हमलों को 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम दिया गया। इसके बाद ह पीएम मोदी का विदेश दौरा रद्द किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नॉर्वे, क्रोएशिया और नीदरलैंड की यात्रा स्थगित कर दी गई है। पाकिस्तान और पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर भारत की स्ट्राइक के बाद यह फैसला लिया गया है। इस मिशन को 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम दिया गया। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को बताया कि भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूरोप की तीन देशों की यात्रा रद्द कर दी गई है। मोदी 13 से 17 मई तक क्रोएशिया, नॉर्वे और नीदरलैंड की यात्रा करने वाले थे। प्रधानमंत्री को नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए नॉर्वे जाना था। संबंधित देशों को इस निर्णय के बारे में सूचित कर दिया गया है।
रूस दौरा भी स्थगित कर दिया था
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अपना रूस दौरा भी स्थगित कर दिया था। प्रधानमंत्री 9 मई को मॉस्को में होने वाली विजय दिवस परेड में शामिल होने वाले थे। पीएम मोदी को विजय दिवस परेड के लिए रूस ने आमंत्रित किया था। हालांकि, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव की वजह से पीएम मोदी ने अपना दौरा टाल दिया।
पाकिस्तान और पीओके के अंदर आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद किया
इससे पहले भारत ने पहलगाम का बदला लेते हुए पाकिस्तान और पीओके के अंदर आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। इसमें आतंकी सरगना हाफिज सईद और मसूद अजहर के ठिकाने शामिल हैं। भारत ने मुजफ्फराबाद, बहावलपुर, मुरीदके, सियालकोट और कोटली में आतंक के ठिकानों को निशाना बनाया। देश की तीनों सेनाओं ने मिलकर इस मिशन को अंजाम दिया।
रिकॉर्ड किया गया वीडियो संदेश प्रसारित किया गया
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कल अंतरिक्ष अन्वेषण पर वैश्विक सम्मेलन के लिए रिकॉर्ड किया गया वीडियो संदेश प्रसारित किया गया। पीएम मोदी ने कहा, 'अंतरिक्ष सिर्फ एक गंतव्य नहीं है। यह जिज्ञासा, साहस और सामूहिक प्रगति की घोषणा है। भारतीय अंतरिक्ष यात्रा इसी भावना को दर्शाती है। 1963 में एक छोटे रॉकेट को लॉन्च करने से लेकर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास उतरने वाला पहला देश बनने तक, हमारी यात्रा उल्लेखनीय रही है।'