महाशिवरात्रि पर सप्त धान्य का मुखौटा पहनेंगे महाकाल

- ओंकारेश्वर में संतों ने निकाली शोभायात्रा
- चौरागढ़-कुबेरेश्वर धाम में एक लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
उज्जैन। महाशिवरात्रि पर आज उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल लगातार 44 घंटे तक भक्तों को दर्शन देंगे। इस दौरान महाकाल पर सतत जल की धारा अर्पित होती रहेगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी पत्नी समेत बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंचे। उन्होंने नंदी हॉल में बैठकर जाप किया। पुजारी महेश शर्मा ने बताया कि भगवान महाकाल को सप्तधान्य- चावल, मूंग खड़ा, तिल, मसूर खड़ा, गेहूं, जौ, साल का मुखौटा धारण कराया जाएगा। सवा मन फूलों का मुकुट बांधकर सोने के कुंडल, छत्र और मोरपंख, सोने के त्रिपुंड से सजाया जाएगा। चांदी के बिल्वपत्र और सिक्के न्यौछावर किए जाएंगे। इस पर्व पर खंडवा के ओंकारेश्वर को फूलों से सजाया गया है। यहां षट्दर्शन संत मंडल ने शोभायात्रा निकालकर ओंकारेश्वर और ममलेश्वर के दर्शन किए। दक्षिण का कैलाश कहे जाने वाले पचमढ़ी के चौरागढ़ में चौड़ेश्वर महादेव के पूजन-अभिषेक का सिलसिला जारी है। यहां अब तक करीब एक लाख लोग दर्शन कर चुके हैं। सीहोर के कुबेरेश्वर धाम में भी अब तक एक लाख लोग पहुंच चुके हैं। यहां रूद्राक्ष महोत्सव के तहत मंगलवार से शिव महापुराण चल रहा है। समिति ने दस लाख से अधिक श्रद्धालुओं के ठहरने और भोजन के इंतजाम किए हैं।
भोपाल के गुफा मंदिर, बड़वाले महादेव, भोजपुर में भी श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। जबलपुर के गुप्तेश्वर मंदिर में भी भक्त लगातार अभिषेक के लिए आ रहे हैं। मान्यता के मुताबिक, वनवास के दौरान भगवान राम जाबाली ऋषि से मिलने जबलपुर आए थे। उन्होंने यहां करीब एक महीना बिताया और उसी दौरान इस शिवलिंग की स्थापना की थी।
भोपाल में निकलेगा बड़ वाले महादेव का चल समारोह
महाशिवरात्रि पर भोपाल के पीर गेट स्थित बड़ वाले महादेव मंदिर से चल समारोह निकाला जाएगा। इसमें धार्मिक झांकियां शामिल होंगी। डमरू दल भी प्रस्तुति देगा।
टीकमगढ़ में रावतपुरा सरकार ने बांटे रुद्राक्ष
टीकमगढ़ में संत रविशंकर महाराज की जन्मस्थली मातृ धाम छिपरी में महाशिवरात्रि महोत्सव चल रहा है। सुबह 9 बजे से मां शारदा की पहाड़ी पर बनी 51 फीट ऊंची शिव प्रतिमा के पास सवा लाख रुद्राक्ष वितरण शुरू हुआ। संत रविशंकर महाराज रावतपुरा सरकार ने अपने हाथों से भक्तों को रुद्राक्ष बांटे। यहां रात 8 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
रायसेन में संघ के स्वयंसेवकों ने की शिव वंदना
रायसेन किले की पहाड़ी पर बने प्राचीन सोमेश्वर धाम के ताले सुबह 6 बजे प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में खोले गए। इससे पहले ही मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की लाइन लग गई। मंदिर परिसर में आरएसएस के स्वयंसेवकों द्वारा घोष बजाकर शिव वंदना की गई। 200 पुलिसकर्मी पूरे मेला क्षेत्र में सुरक्षा संभाल रहे हैं।
सुबह 4 बजे खुले पशुपतिनाथ मंदिर के पट
मंदसौर के भगवान पशुपतिनाथ मंदिर के पट सुबह 4 बजे दर्शन-पूजन के लिए खोल दिए गए थे। सुबह 11 बजे भगवान का दूल्हे के रूप में विशेष श्रृंगार किया जाएगा। शाम को संस्कृति विभाग द्वारा शिवनृत्य और भजन संगीत का आयोजन होगा। रात के चार पहर में बाबा पशुपतिनाथ का विशेष अभिषेक होगा।
पं. प्रदीप शास्त्री बोले- एक लोटा जल और बेल पत्र जरूर चढ़ाएं
कुबेरेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. प्रदीप शास्त्री ने कहा कि महाशिवरात्रि पर भगवान शंकर को एक लोटा जल और बेल पत्र जरूर चढ़ाएं। परिवार के सभी सदस्य घर के मंदिर में जरूर पहुंचे।
कुबेरेश्वर धाम में पहुंचे एक लाख भक्त
सीहोर के कुबेरेश्वर धाम में अब तक एक लाख लोग पहुंच चुके हैं। यहां रूद्राक्ष महोत्सव के तहत मंगलवार से शिव महापुराण चल रहा है। समिति ने दस लाख से अधिक श्रद्धालुओं के ठहरने और भोजन के इंतजाम किए हैं।
भिंड के वनखंडेश्वर महादेव मंदिर में रात 12 बजे चढ़ी कांवर
भिंड के वनखंडेश्वर महादेव मंदिर में रात 12 बजे अभिषेक के बाद कांवर चढ़ना शुरू हो गई थी। सुबह 4 बजे से श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचने लगे थे। भगवान को बेल पत्र, बेर, धतूरे और फूल चढ़ाकर अभिषेक-पूजन किया।
नर्मदापुरम में शाम 4 बजे भगवान चंद्रमोली का नगर भ्रमण
महाशिवरात्रि पर नर्मदापुरम शिवमय हो गया है। हिल स्टेशन पचमढ़ी, जिसे महादेव का दूसरा घर भी कहा जाता है, यहां एक लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने दर्शन कर लिए हैं। चौरागढ़, बड़ा महादेव, जटाशंकर, गुप्त महादेव में भक्तों की लम्बी कतार लग रही है। नर्मदा तट पर काले महादेव मंदिर में सुबह 4 बजे से श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई है। 5 बजे भस्म आरती के बाद गर्भ गृह श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया। शाम 4 बजे भगवान चंद्रमोली नगर भ्रमण पर निकलेंगे। शोभायात्रा में हाथी-घोड़े शामिल रहेंगे।
बालाघाट में वैनगंगा नदी में पवित्र डुबकी के बाद पूजन
बालाघाट में वैनगंगा नदी के तट पर महाशिवरात्रि का मेला लगा है। 60 साल से चले आ रहे इस आयोजन में बड़ी संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं। वे वैनगंगा नदी के जल में स्नान कर भगवान महादेव की पूजा-अर्चना में जुटे हैं।
ओंकारेश्वर में संतों ने निकाली शोभा यात्रा
महाशिवरात्रि पर ओंकारेश्वर में षट्दर्शन संत मंडल ने शोभायात्रा निकाली। ओंकारेश्वर और ममलेश्वर के दर्शन किए। ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए आसपास के जिलों से श्रद्वालु पहुंच रहे हैं। यहां भोलेनाथ के गुरुवार सुबह 3 बजे तक लगातार दर्शन होंगे। मंदिर के एंट्री पॉइंट पुराने पुल और झूला पुल पर लोगों की भीड़ है। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए नर्मदा घाटों पर पुलिस और होमगार्ड को तैनात किया गया है।
चौरागढ़ में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
दक्षिण के कैलाश कहे जाने वाले सतपुड़ा की वादियों में बसे ऊंचे शिखर पर स्थित भगवान चौरागढ़ (चौड़ेश्वर) के दर्शन के लिए श्रद्धालु उमड़ रहे हैं।