भोपाल, सबकी खबर। 
मप्र में पहली बार किसी मंत्री ने सत्ता में दलालों के सक्रिय होने का आरोप लगाया मध्य प्रदेश के इतिहास में शायद पहली बार हुआ है कि किसी  मंत्री ने बाकायदा वीडियो जारी करके आरोप  लगाया है कि इस समय सरकार के गलियारों में  दलाल घूम रहे हैं और इन दलालों को  अधिकारियों का संरक्षण है। यह बात जब मीडिया बोलता है तो फिर सरकार खंडन करती  है। बीजेपी के नेता खंडन करते हैं। लेकिन  आज तो मध्यप्रदेश में डॉ. मोहन यादव की  सरकार के एक जिम्मेदार और कैबिनेट मंत्री  ने यह खुलकर आरोप लगाया है। वीडियो जारी किया है और यह मंत्री हैं अनुसूचित जाति  कल्याण मंत्री नागर सिंह चौहान। इन्होंने बाकायदा वीडियो जारी किया है और इनका यह कहना है कि अलीराजपुर में तो जगह-जगह दलाल  घूम रहे हैं जो आंगनबाड़ियों में नियुक्ति का दावा कर रहे हैं। नियुक्ति दिलाने का  दावा कर रहे हैं। मंत्री जी का यह भी कहना  है कि इन दलालों को महिला बाल विकास के  अधिकारी और कर्मचारियों का संरक्षण मिला हुआ है। उनकी मिलीभगत है। 

अब तो विपक्ष और मीडिया की जरूरत ही नहीं हैं खुद मंत्री ही सब पोल खोल रह हैं 
मध्य प्रदेश में एक नया इतिहास  रच गया आज। जब एक मंत्री ही कह रहा है कि मध्य प्रदेश में दलाल घूम रहे हैं।  अधिकारी उनको संरक्षण दे रहे हैं। अब जरूरत ही नहीं है विपक्ष की। अब जरूरत ही नहीं है मीडिया की। खुद मंत्री वीडियो  जारी कर रहे हैं और मंत्री खुद के विभाग को तो सुरक्षित मान रहे हैं। यह  आरोप लगा रहे हैं निर्मला भूरिया के विभाग  पर महिला बाल विकास पर के आंगनबाड़ियों में भर्ती में भ्रष्टाचार के लिए दलाल घूम रहे हैं। यह बात दूसरी है कि मंत्री ने  आंगनबाड़ी में नियुक्ति चाहने वाली महिलाओं को यही कहा है कि आप किसी को पैसे मत देना। जो भी नियुक्ति होगी वह फेयर होगी। दलालों की बातों में मत आना। लेकिन  एक मंत्री का यह कहना बहुत महत्वपूर्ण है कि दलाल घूम रहे हैं और यदि वास्तव में  दलाल घूम रहे हैं तो मंत्री जी क्या कर रहे हैं? क्या मंत्री जी की पुलिस नहीं सुन रही है? क्या लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू पे ताले लग गए हैं? मंत्री जी क्यों नहीं  ऐसे दलालों पर कारवाई करवा रहे हैं? एक सवाल तो है लेकिन इस सवाल को उठाने से पहले मैं आपको मंत्री जी का वो वीडियो जो उन्होंने खुद बनाया है और खुद सोशल मीडिया पे जारी किया है और यह बात कही भी है कि मैं वीडियो इसलिए भेज  रहा हूं कि आप दलाल के चुंगल में फंस जाए क्योंकि मध्य प्रदेश के सत्ता के गलियारों  में दलाल घूम रहे हैं। स्वीकार कर रहे हैं मंत्री जी। खासकर अलीराजपुर जिले में यह बातें  कहीं ना कहीं सामने आ रही है और कई लोग  दलाली के चक्कर में घूम रहे हैं कि और  उसमें मुझे जो लगता है उसमें कहीं ना कहीं  विभाग के अधिकारी कर्मचारी भी मिले हुए हैं और यह कहा जा रहा है कि आंगनबाड़ी की  भर्ती है उसमें मैं आपकी नियुक्ति करा दूंगा। तो आप इतने इतने राशि दे दो करके ऐसी शिकायतें मेरे पास भी बड़ी मात्रा में आ रही है। मैं आप सभी जो हमारी  बहन है और सहायिका में जिनने आवेदन किया है ऐसी सभी बहनों और बेटियों से निवेदन  करना चाहता हूं कि किसी को भी एक भी पैसा देने की आवश्यकता नहीं है।  जिसके  नंबर मेरिट में होंगे। सबसे अधिक नंबर  होंगे। उन्हीं को आंगनबाड़ी की नियुक्ति  आपको दी जाएगी। इसलिए मुझे लगता है कि मुझे यह बार-बार यह शिकायतें मिल रही है। इसलिए मैंने यह वीडियो जारी किया है। आप सब बहनों और भाइयों से निवेदन है कि  किस तरह  एक कैबिनेट मंत्री जिनकी पत्नी वहां से  सांसद है रतलाम से। 
कैसी बातें कर रहे हैं नागर जी आप
आप सोचिए रतलाम और  झाबुआ से सांसद इनकी पत्नी हैं। यह मध्य  प्रदेश में कैबिनेट मंत्री हैं और बात ऐसी  कर रहे हैं जैसे शोले के जो ठाकुर है जिनके हाथ कटे हुए हो। कैसी बातें कर रहे  हैं नागर सिंह जी आप? आप जानते हैं कि मध्य प्रदेश में कैबिनेट की सामूहिक  जिम्मेदारी होती है। यदि किसी के विभाग पर कोई आरोप लग रहा है तो सब मिलकर उन आरोपों  का मुकाबला करते हैं और कोई गलत काम हो  रहा है तो सब मिलकर उस गलत काम को रोकते  हैं। आप सिर्फ आरोप लगाएंगे। आप सिर्फ  बयानबाजी करेंगे या उन दलालों को  पकड़वाएंगे जो आपकी जानकारी में आ गए हैं।  मंत्री को पता है कि दलाल कौन है, कहां  घूम रहे हैं। यह भी पता है मंत्री को कि इन दलालों की अधिकारियों से मिलीभगत है।  लेकिन क्या एक मंत्री को इतनी जानकारी होने के बाद भी वह केवल बयान जारी करेंगे  क्या बस अकेला बयान आपने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा आपने संबंधित मंत्री को बताया  आखिर नागर सिंह जी आपसे जब वन विभाग छना  छीना गया वो क्यों छीना गया यह भी बता दो  आपकी किस नोट शीट के बाद आपको मुख्यमंत्री ने वन विभाग से चलता किया यह भी आप बता  दीजिए वन विभाग ना मिलने से आज तक आप दुखी हैं। यह भी बता दीजिए। 
मंत्री ने प्रदेश मे नई रिवायत शुरू कर दी
तो आज इन मंत्री ने मध्य प्रदेश में एक नई रिवा रिवायत शुरू कर दी। अब मंत्री ही बयान देंगे। मीडिया  की जरूरत नहीं है। विधानसभा में विपक्ष की तो बिल्कुल जरूरत नहीं है। मंत्री खुद कह  रहा है कि सत्ता के द गलियारों में दलाल  घूम रहे हैं। क्या जरूरत है अब किसी की?  मंत्री ने स्वीकार कर लिया है कि मध्य प्रदेश में दलाल घूम रहे हैं। देखिए आज इस  मंत्री के बयान ने मध्य प्रदेश में इतिहास  रच दिया है।