तहसीलदार शत्रुघन सिंह चौहान पर दुष्कर्म की एफआईआर
- महिला ने कहा-मुझे शादी का झांसा देकर करते रहे शारीरिक शोषण, बेटा भी उनका
ग्वालियर। ग्वालियर में पदस्थ तहसीलदार शत्रुघन सिंह चौहान पर एक 34 वर्षीय महिला ने पत्नी बनाकर रखने और लगातार शारीरिक संबंध बनाने का आरोप लगाया है। इस पर बुधवार रात 11:40 बजे महिला थाना पुलिस ने तहसीलदार के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया। महिला ने आरोप लगाया है कि साल 2008 से 2025 तक आरोपी ने कई जगहों पर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। आरोपी तहसीलदार की, उसे मिलाकर कुल चार पत्नियां हैं। महिला ने यह भी दावा किया है कि उसका बेटा तहसीलदार का ही है। साथ ही उसने मारपीट और धमकाने के आरोप भी लगाए हैं। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। यह शहर का हाईप्रोफाइल मामला बन गया है। महिला को मामला दर्ज कराने के लिए करीब पांच से छह घंटे थाने में बिताने पड़े। उसने अपनी जान को खतरा बताया है। दूसरी तरफ, तहसीलदार ने महिला को ब्लैकमेलर बताते हुए भितरवार थाने में एक शिकायत दर्ज कराई थी। उनका कहना है कि महिला के आरोप झूठे हैं और विवाद लेन-देन से जुड़ा है, जिसकी शिकायत उन्होंने एसपी ग्वालियर को भी दी है।
महिला का आरोप- बेटा भी तहसीलदार का, डीएनए टेस्ट करा लें
थाटीपुर क्षेत्र में रहने वाली महिला ने बताया कि वह भिंड की रहने वाली है। 2005-06 में उसकी शादी हुई थी, लेकिन दो साल बाद उसके पति का देहांत हो गया। 2008 में तहसीलदार शत्रुघन सिंह चौहान का उसके जेठ के पास आना-जाना था। उन्होंने उसके जेठ को फायदा पहुंचाकर उसे जबरन हासिल किया और शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाए। महिला का आरोप है कि 10 अगस्त 2008 को भिंड के मानगढ़ गांव में, रात 10:30 बजे उसने शादी का वादा कर उसके साथ संबंध बनाए। इसी साल वह नायब तहसीलदार बने। इसके बाद वह लगातार उसका शारीरिक शोषण करते रहे। 2010 में रतनगढ़ माता मंदिर में सिंदूर भरकर शादी की नौटंकी की। जहां भी उनकी पोस्टिंग हुई, उन्होंने उसे वहां रखा और शारीरिक संबंध बनाए।
महिला का कहना है कि 2014 में उसके बेटे का जन्म हुआ, जिसका डीएनए टेस्ट कभी भी कराया जा सकता है।
तहसीलदार की चार पत्नी, विरोध किया तो की मारपीट
महिला ने बताया कि तहसीलदार की चार पत्नियां हैं। जब उसे इसकी जानकारी हुई और उसने विरोध किया तो तहसीलदार ने उससे मारपीट की और बात करना बंद कर दिया। वे उसका पैसा और गहने भी लेकर चले गए। 2 जनवरी 2025 को, शाम 6-7 बजे के बीच तहसीलदार ने उसके घर आकर दुर्व्यवहार करने की कोशिश की, लेकिन उसने उन्हें धक्का देकर भगा दिया। महिला का कहना है कि उसने दिसंबर में ही मामले की शिकायत महिला थाना में की थी, जिसके बाद बुधवार को मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस अब हर किरदार की भूमिका की करेगी जांच, होंगे बयान
इस मामले में महिला अपराध डीएसपी किरण अहिरवार ने बताया कि महिला ने तहसीलदार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला ने एक लंबा समय बिताया है, जब जब उसके साथ गलत हुआ। इसमें कई लोगों के नाम और उनका जिक्र आया है। पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है। अब इन सभी किरदारों की जांच की जाएगी और पता लगाया जाएगा कि उनकी जो भूमिका बताई गई है वह कितनी सही है। जैसे इसमें कई मकान मालिक है, कई किराएदार और तहसीलदार के नौकर या कर्मचारी हैं। पुलिस अब इन सभी की भूमिका की जांच में लग गई है।
तहसीलदार से भी होगी पूछताछ
डीएसपी अहिरवार का कहना है कि पहले महिला की सुनाई कहानी की जांच की जा रही है। उसमें आए किरदारों की भूमिका तय की जाएगी। इसके बाद तहसीलदार शत्रुघन सिंह चौहान को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।
तहसीलदार बोला- आरोप झूठे
इस मामले में तहसीलदार का कहना है कि मेरे खिलाफ महिला के लगाए सभी आरोप झूठे हैं। मैंने उसे कोई झांसा नहीं दिया है। महिला मुझे ब्लैकमेल कर रुपए हड़पने का प्रयास कर रही है, जब सफल नहीं हुई तो यह झूठे आरोप लगा रही है। मेरे पास उसके खिलाफ बहुत सबूत हैं। महिला से पहले मैं उसके खिलाफ भितरवार थाना में शिकायत कर चुका हैं। यह पूरा मामला दस लाख रुपए मांगने से शुरू हुआ था। इस मामले में टीआई महिला थाना दीप्ति सिंह का कहना है कि महिला की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। सभी आरोपों की बारीकी से जांच की जा रही है।