ईओडब्ल्यू की कार्रवाई के बाद गायब हुआ डिप्टी कमिश्नर
जबलपुर।
आदिम जाति कल्याण विभाग के डिप्टी कमिश्नर जगदीश सरवटे आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) की जांच शुरू होते ही रहस्यमय तरीके से लापता हो गए हैं. जानकारी के अनुसार, ईओडब्ल्यू की टीम ने जब उन्हें पूछताछ के लिए कार्यालय बुलाने का प्रयास किया, तब उनके लापता होने की सूचना सामने आई. सरवटे का मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ आ रहा है, जिससे उनकी लोकेशन का पता नहीं चल पा रहा है. इससे पहले डिप्टी कमिश्नर जगदीश सरवटे की मां को वन विभाग ने बाघ की खाल मिलने के मामले में जेल भेज दिया है.
करोड़ों की संपत्ति और अवैध शराब, बाघ की खाल जब्त
ईओडब्ल्यू ने 22 जुलाई को सरवटे के शंकर शाह नगर स्थित सरकारी आवास, अधारताल और भोपाल सहित मंडला, सागर के अन्य ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस दौरान करीब 12 करोड़ रुपए मूल्य की संपत्ति, जमीनों के दस्तावेज, लाखों रुपए के सोने-चांदी के जेवरात, और महंगे विलासिता के सामान बरामद किए गए. जांच के दौरान सरवटे और उनके परिजनों के 10 बैंक खातों का भी पता चला है. अधिकारियों को शक है कि इन खातों के जरिए भारी लेन-देन हुआ है. ईओडब्ल्यू की टीमें अब उनके संभावित ठिकानों की गुप्त रूप से निगरानी कर रही हैं.
आबकारी एक्ट में दर्ज हुआ नया मामला
ईओडब्ल्यू ने छापे के दौरान सरवटे के आवास से बड़ी मात्रा में अवैध शराब भी जब्त की थी. इस संबंध में ईओडब्ल्यू की रिपोर्ट के आधार पर गोरखपुर पुलिस ने उनके खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत एक और मामला दर्ज कर लिया है.
रामपुर से अधारताल तक पहुंची थी टीम, फिर छोड़ दिया गया
छापामारी के दौरान ईओडब्ल्यू की टीम ने पहले सरवटे को रामपुर से पकड़ा था और फिर उन्हें पूछताछ के लिए अधारताल स्थित आवास लाया गया. पूछताछ के बाद आवश्यक दस्तावेज जब्त कर उन्हें छोड़ दिया गया था. लेकिन जब उन्हें गोरखपुर थाने में दर्ज एफआईआर की जानकारी लगी, तो वे अचानक गायब हो गए.