• लोगों ने घरों-दुकानों की लाइट बंद रखी

  • सड़कों पर गाड़ियों की हेडलाइट भी ऑफ

भोपाल। एमपी के भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और कटनी में शाम 7.30 बजे से 7.45 तक ब्लैक आउट रहा। इस दौरान लोगों ने घरों-दुकानों और दफ्तरों की लाइट बंद रखी। सड़कों पर दौड़ रही गाड़ियों की रफ्तार भी हेडलाइट बंद होते ही थम गई। ये ब्लैक आउट मॉक ड्रिल के तहत किया गया। ब्लैक आउट के दौरान कहीं-कहीं तो पूरी तरह अंधेरा रहा, जबकि कहीं-कहीं लोगों ने लाइट बंद नहीं की। ग्वालियर में घर, दुकान की लाइट्स तो बंद हो गईं, लेकिन शहर के ट्रैफिक में अवेयरनेस की कमी दिखी। 80 फीसदी लाइट्स बंद रहीं, लेकिन 20 फीसदी वाहनों व घरों की लाइट चलती रही। इससे पहले शाम चार बजे भोपाल और जबलपुर के मॉल में अचानक धुआं उठा। रेस्क्यू टीम तेजी से मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। घायलों को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया। इंदौर के मेडिकल कॉलेज में फंसे लोगों को रेस्क्यू किया गया। ये दृश्य मॉक ड्रिल के हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद मध्यप्रदेश के भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और कटनी में मॉक ड्रिल की गई। शाम 4 बजे से शुरू हुई मॉक ड्रिल को अलग-अलग लेवल पर बांटा गया है। शाम 7.30 बजे से 12 मिनट के लिए ब्लैक आउट भी शुरू हो गया है। भोपाल-जबलपुर के एक-एक मॉल और इंदौर के डेंटल कॉलेज में आग लगने का सीन क्रिएट किया गया। पुलिस, एयर फोर्स, एनडीआरएफ और एसडीईआरएफ ने मिलकर रेस्क्यू सिखाया। टीम ने लोगों को बताया कि आगजनी या हमले के वक्त कैसे सुरक्षित रहें और दूसरों की मदद भी करें।

भोपाल: आग के दौरान बचना सिखाया एमपी नगर स्थित डीबी मॉल में फायर सेफ्टी को लेकर मॉक ड्रिल की गई। यहां धुआं उड़ाया गया और आग बुझाने की प्रैक्टिस की। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां तेजी से आईं। मेडिकल टीम भी तत्काल पहुंची और लोगों को रेस्क्यू कर नूतन कॉलेज स्थित अस्थायी अस्पताल पहुंचाया। न्यू मार्केट, भेल परिसर और कोकता में भी मॉक ड्रिल की गई।

इंदौर: डेंटल कॉलेज और रेसीडेंसी कोठी में बचाव कार्य रेसिडेंसी कोठी में मॉक ड्रिल की गई। यहां पर एक बिल्डिंग में हमले की आशंका का सीन क्रिएट किया गया। लोगों को बाहर निकालकर रेसीडेंसी कोठी के बंकर में सुरक्षित पहुंचाया गया है। एक डेंटल कॉलेज में आगजनी के दौरान लोगों को रेस्क्यू करने और सुरक्षित जगहों व अस्पताल ले जाने का अभ्यास किया गया। महू में भी मॉक ड्रिल की गई।

जबलपुर: प्रतीकात्मक बम गिराए, रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया समदड़िया मॉल में प्रतीकात्मक तौर पर दो बम गिरे। मॉल की ऊपरी मंजिल पर आग लग गई। मॉल के प्रथम तल पर स्मोक बम भी आ गिरा और चारों तरफ धुआं ही धुआं हो गया। चीख-पुकार के साथ भगदड़ मच गई। खबर मिलते ही सायरन बज उठे। पुलिस, एम्बुलेंस, फायर फाइटर के वाहन घटनास्थल पर पहुंचे और लोगों को रेस्क्यू किया।

ग्वालियर: मलबे में फंसे लोगों को रेस्क्यू करना सिखाया सिविल डिफेंस की मॉक ड्रिल के दौरान प्रतीकात्मक हवाई हमले में बिल्डिंग ध्वस्त हुई। रेलवे स्टेशन पर मलबे में फंसने का सीन क्रिएट किया गया। मलबे में कई लोग दबे। जिसके बाद घायलों को सुरक्षित मलबे से बाहर निकला गया। उन्हें एम्बुलेंस की मदद से अस्पताल भेजा गया। गोला का मंदिर आईटीआई तिराहे पर मॉक ड्रिल की गई।

कटनी: सायरन बजते ही सभी अलर्ट हो गए साधु राम स्कूल में सायरन बजते ही जवान अलर्ट हो गए। स्कूल की छत पर प्रतीकात्मक बम फेंका गया। इसके बाद जवान छत पर चढ़े। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंच गईं। आग बुझाने और यहां फंसे लोगों को बाहर निकालने की प्रैक्टिस की गई। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को परखने के साथ लोगों को जागरूक किया जा रहा है।