आज NATO की समिट का दूसरा दिन:सदस्य देशों के प्रमुखों की मीटिंग होगी

-
ट्रम्प और दूसरे देशों में आर्टिकल 5- रक्षा बजट पर मतभेद
हेग। नीदरलैंड के द हेग शहर में आज से नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन (NATO) समिट का आज दूसरा दिन है और सदस्य देशों के प्रमुखों की मीटिंग होगी। मीटिंग तीन घंटे चलेगी और जो घोषणा-पत्र जारी होगा वह केवल 5 पैराग्राफ का होगा। ऐसा इस वजह से किया गया है, ताकि देशों मतभेद खुलकर सामने न आएं। इस बार की बैठक को NATO के इतिहास की सबसे अहम बैठकों में माना जा रहा है। यह ऐसे समय हो रही है जब मिडिल ईस्ट में ईरान-इजराइल जंग का 12 दिनों बाद सीजफायर हुआ है, रूस-यूक्रेन में युद्ध जारी है और पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था अस्थिर है। नीदरलेंड के किंग विलेम-अलेक्जेंडर और क्वीन मैक्सिमा ने मंगलवार को NATO देशों के राष्ट्राध्यक्षों और सरकार प्रमुखों के लिए डिनर का आयोजन किया।
ट्रम्प और दूसरे देशों में आर्टिकल 5-रक्षा बजट पर मतभेद
वहीं, इससे पहले मंगलवार को संगठन में मतभेद गहराते नजर आए। समिट में सबसे बड़ी चिंता NATO देशों के बीच रक्षा खर्च को लेकर आपसी मतभेद की रही। NATO महासचिव मार्क रुटे ने कहा कि संगठन यूक्रेन जैसे मुद्दों से निपट सकता है, लेकिन ट्रम्प ने NATO की सबसे अहम संधि Article 5 (एक-दूसरे की रक्षा का वादा) पर सीधा समर्थन देने से इनकार कर दिया। ट्रम्प चाहते हैं कि सभी सदस्य देश अपने GDP का 5% रक्षा पर खर्च करें, हालांकि वर्तमान में यूरोपीय देशों का कुल योगदान केवल 30% है और GDP का केवल 2% है। ट्रम्प का मानना है कि अमेरिका NATO को बहुत पैसा देता है और बाकी देश अपनी जिम्मेदारी ठीक से नहीं निभा रहे।