गाड़ी में तोड़-फोड़ से रोकने पर युवक की हत्या

- पिट रहे भाई को बचाने पहुंचा था, आरोपियों ने तीन वार किए
भोपाल। भोपाल के प्रीत नगर छोला में युवक की हत्या का मामला सामने आया है। दो आरोपियों ने पहले उनके भाई के वाहन में तोड़फोड़ की। भाई ने आरोपियों को तोड़फोड़ करने से रोका तो आरोपियों ने उनके साथ मारपीट की। यह देख छोटा भाई उसे बचाने पहुंचा तो उसे मौत के घाट उतार दिया। छोला मंदिर थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। घटना रविवार देर रात की है। एसआई इंदर सिंह मुजालदे ने बताया कि फिलहाल मर्ग कायम किया है। हत्या का केस दर्ज किया जा रहा है। आरोपियों की गिरफ्तारी अभी नहीं की जा सकी है।
कमल कुशवाह (32) पुत्र नन्नू लाल निवासी प्रीत नगर छोला पेंटरी का काम करता था। रविवार की देर रात उसके घर के बाहर खड़ी बाइक में तोड़फोड़ की आवाज सुनाई दी। इस पर कमल के बड़े भाई ओम प्रकाश ने बाहर निकलकर हुड़दंग कर रहे युवकों को समझाइश दी। आरोपी उनसे बहस करने लगे। इसी बात पर ओम प्रकाश और आरोपियों के बीच विवाद होने लगा। आवाजें सुनने के बाद कमल घर के बाहर निकला और बचाव करने का प्रयास किया। तब आरोपियों ने उसके साथ भी मारपीट की और छुरी से तीन वार कर दिए। एक वार उसके सिर, दूसरा पेट और एक हाथ पर लगा है। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। आरोपी छुरी लहराते हुए फरार हो गए।
दो आरोपियों ने दिया वारदात को अंजाम
ओम प्रकाश ने बताया कि आरोपी युवराज लोधी और करण लोधी दोनों पास की एक बस्ती के रहने वाले हैं। दोनों नशे की हालत में प्रीत नगर में पहुंचे और बाइक में तोड़फोड़ शुरू की थी। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया।
मासूम बेटी का पिता था मृतक
कमल की एक तीन साल की बेटी है। चार साल पहले उसका विवाह हुआ था। वह पुताई के ठेके लेता था। रविवार को साइट से लौटने के बाद घर में खाना खा रहा था। अचानक चीख पुकार सुनने के बाद घर से बाहर निकला था। भाई को पीट रहे लोगों को रोकने का प्रयास करने पर उसकी हत्या कर दी गई। उसकी मौत के बाद पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है।
भांजे का दावा आरोपी को पकड़कर पुलिस को सौंपा
मृतक के भांजे रोहित रजक ने बताया कि आरोपियों ने अकारण उनके मामा को मारा है। घटना के बाद उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे थे। वहां डॉक्टरों ने चेक करते ही उन्हें मृत घोषित कर दिया। रोहित का दावा है कि युवराज को स्वयं पकड़कर पुलिस के हवाले किया है। वह भागने का प्रयास कर रहा था, तभी उसका पीछा किया।