• पहले दिन 288 विधायकों का शपथ ग्रहण
  • अध्यक्ष पद के लिए सुधीर मुनगंटीवार मजबूत दावेदार


मुंबई।महाराष्ट्र विधानसभा का 3 दिन चलने वाला विशेष सत्र आज से मुंबई में शुरू हो रहा है। पहले दिन प्रोटेम स्पीकर सभी 288 नए चुने गए विधायकों को शपथ दिलाएंगे।इससे पहले, 6 दिसंबर को विधायक कालिदास कोलंबकर को विधानसभा के विशेष सत्र के लिए प्रोटेम स्पीकर चुना गया। उन्हें गवर्नर सीपी राधाकृष्णन ने राजभवन में शपथ दिलाई।9 दिसंबर को विधानसभा अध्यक्ष चुना जाएगा। अध्यक्ष पद के लिए 2 नाम सुर्खियों में हैं। इनमें राहुल नार्वेकर, सुधीर मुनगंटीवार का नाम शामिल है।राहुल, पिछली विधानसभा में अध्यक्ष रह चुके हैं, लेकिन वे मौजूदा सरकार में मंत्री पद चाहते हैं। ऐसे में सुधीर मुनगंटीवार अध्यक्ष के लिए मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं।विधायकों की शपथ और अध्यक्ष के चुनाव के बाद 9 दिसंबर को ही राज्यपाल का अभिभाषण होगा। वहीं, नई विधानसभा का शीतकालीन सत्र नागपुर में 16 दिसंबर से शुरू होगा।
5 दिसंबर को देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री और एकनाथ शिंदे–अजित पवार ने उप मुख्यमंत्री की शपथ ली। 23 नवंबर को चुनाव परिणाम आने के 13वें दिन महाराष्ट्र CM का शपथ ग्रहण हो सका। काफी मनौव्वल के बाद डिप्टी CM पद स्वीकार करने वाले शिंदे महाराष्ट्र के दूसरे ऐसे नेता बने, जो CM से डिप्टी CM बने। वहीं, फडणवीस ने 10 साल में तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। ऐसा करने वाले वह भाजपा के पहले नेता हैं।NCP नेता अजित पवार छठी बार डिप्टी CM बने। वे कांग्रेस, महायुति और महाविकास अघाड़ी सरकार में डिप्टी CM रहने वाले महाराष्ट्र के पहले नेता बन गए हैं।
विपक्ष के किसी भी दल के पास 10% सीटें नहीं, इसलिए नेता विपक्ष पर संशय
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को वोटिंग हुई थी। 23 नवंबर को रिजल्ट आया। महायुति को 230 सीटें मिलीं। इसमें भाजपा को 132, शिवसेना को 57 और NCP को 41 विधायक जीते। वहीं महाविकास अघाड़ी (MVA) को 46 और अन्य को 12 सीटें मिलीं। MVA में शिवसेना (UBT) 20, कांग्रेस 16 और शरद पवार की NCP को 10 सीटों पर जीत मिली। बहुमत का आंकड़ा 145 है।नेता विपक्ष पर दावा करने के लिए पार्टी के पास 10% सीटों होना जरूरी है। 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में इस पद पर दावा करने के लिए 29 सीटों की जरूरत है, जो किसी भी विपक्षी पार्टी के पास नहीं हैं। ऐसे में विधानसभा में कोई मुख्य विपक्षी दल और उसका नेता नहीं होगा।