• पूछताछ में बताया-अधिकतर संपत्ति 18 करीबी रिश्तेदारों के नाम
  • लॉकअप में बिगड़ी शरद की तबीयत

भोपाल। आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा समेत उसके साथी चेतन गौर और शरद जायसवाल की गिरफ्तारी के बाद उन्हें मंगलवार रात भोपाल के एक थाने के लॉकअप में रखा गया था। वे रात करीब 1 बजे तक आपस में बातें करते रहे। रात में शरद की तबीयत बिगड़ी तो उसे हमीदिया अस्पताल ले जाया गया। बुधवार को लोकायुक्त ने तीनों से अलग-अलग पूछताछ की। अब तक की जांच में सौरभ की 40 करोड़ रुपए की संपत्ति होने की बात साफ हो चुकी है। कार्रवाई के दौरान सौरभ के भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में 50 से अधिक संपत्तियों के दस्तावेज जब्त किए गए थे, जिनकी कीमत करोड़ों में बताई जा रही है। ये संपत्तियां सौरभ के रिश्तेदारों, सहयोगियों और अविरल कंपनी के नाम पर हैं। हालांकि, लोकायुक्त पुलिस ने जब सौरभ से संपत्तियों को लेकर सवाल किए, तो उसने स्पष्ट जवाब नहीं दिया। जब दस्तावेज सामने रखे तो एक ही जवाब देता रहा- 'मेरे नाम पर नहीं हैंÓ। मेंडोरी के खाली प्लॉट में कार से मिले 52 किलो सोने को भी अपना नहीं बताया।
जांच में 18 रिश्तेदारों के नाम सामने आए हैं। उनसे भी पूछताछ की जाएगी। सौरभ ने बताया कि उसके हर कारोबार की जानकारी चेतन और शरद को है। चेतन के बयान में सौरभ की बात का विरोध देखने को मिला। वहीं, शरद एन्जायटी होने का कहकर सवालों के जवाब देने से बचा। तीनों के बयान लेने के बाद अब उनका आमना-सामना कराया जाएगा। पूछताछ के आधार पर लोकायुक्त आरोपियों की संख्या में इजाफा कर सकती है।