• हाथ में तलवार-त्रिशूल लेकर निकले

प्रयागराज। महाकुंभ में प्रवेश के लिए तपोनिधि श्री पंचायती आनंद अखाड़े की पेशवाई निकली। इसमें 1 हजार से ज्यादा साधु-संत हाथी, घोड़े, ऊंट और रथ पर सवार होकर निकले। संतों के बीच अलग-अलग रूपों में सजे कलाकारों ने प्रस्तुति दी।