'न मीटिंग तय हुई, न एजेंडा आया'

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भोपाल निगम की बैठक 1 महीना लेट
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विरोध में उतरे कांग्रेस पार्षद
भोपाल। भोपाल नगर निगम की बजट मीटिंग की तारीख अब तक तय नहीं हो पाई है। इससे कांग्रेस पार्षद विरोध में उतर आए हैं। निगम में नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी ने कहा कि नियमानुसार मीटिंग हर 2 माह में होनी चाहिए, लेकिन 3 महीने बीत चुके हैं। बावजूद अब तक न तारीख तय हुई है और न ही एजेंडा सामने आया है। उन्होंने बताया, इसे लेकर 17 फरवरी को भोपाल कमिश्नर संजीव सिंह को लेटर भी लिखा था। इसके बाद निगम कमिश्नर को मीटिंग के लिए जरूरी कार्रवाई करने के आदेश दिए गए थे, लेकिन अब तक आदेश का पालन नहीं हो पाया।
इसलिए शुक्रवार को सभी कांग्रेस पार्षद कमिश्नर सिंह से मिलेंगे और आपत्ति दर्ज कराएंगे। पार्षद योगेंद्र सिंह गुड्डू चौहान ने कहा कि लगातार दूसरी बार मीटिंग देरी से होगी। जिससे शहर से जुड़े मुद्दों पर बात नहीं कर पा रहे हैं।
जीआईएस की वजह से देरी से मीटिंग पिछली बैठक 13 दिसंबर 2024 को हुई थी। यह मीटिंग करीब तीन महीने में हुई थी, जबकि नियम 2 महीने के अंदर का है। इस बार भी एक महीना ज्यादा बीत चुका है। ऐसे में विपक्ष यानी, कांग्रेस पार्षद विरोध जता रहे हैं। हालांकि, 24-25 फरवरी को भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट थी। मीटिंग में देरी होने की वजह इसे ही बताया जा रहा है।
मीटिंग 25 मार्च को संभावित इधर, निगम की बजट मीटिंग 25 मार्च को संभावित है, पर इसका एजेंडा जारी नहीं किया गया है। दूसरी ओर, एमआईसी की मीटिंग में भी बजट पर चर्चा नहीं हुई है। इस वजह से कांग्रेस पार्षद हमलावर हुए हैं।
मीटिंग में जलकर बढ़ाने पर आ सकता है प्रस्ताव मार्च के आखिरी सप्ताह में संभावित निगम की बजट मीटिंग में जनता से जुड़े कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जा सकते हैं। संभावना है कि 'शहर सरकार' जलकर को 10% तक बढ़ा सकती है। ऐसा होता है जनता को हर महीने 20 रुपए ज्यादा चुकाने पड़ेंगे। वहीं, पानी के बल्क कनेक्शन की राशि आधी की जा सकती है। यह बजट ढाई हजार करोड़ रुपए से अधिक का हो सकता है।
3 साल पहले बढ़ा था टैक्स बता दें कि करीब 3 साल पहले जल कर पर 15% की वृद्धि की गई थी। शहर में पौने 3 लाख से ज्यादा नल कनेक्शन हैं। इनमें 2 लाख कनेक्शन 2400 स्क्वायर फीट या इससे कम एरिये वाले मकानों में लगे हैं। करीब 25 हजार कनेक्शन 2400 स्क्वायर फीट एरिये वाले मकानों में लगे हैं। बाकी गरीब वर्ग के घरों में कनेक्शन है। जिन लोगों के मकान 2400 स्क्वायर फीट तक एरिये में बने हैं, उन्हें 210 रुपए देने पड़ रहे हैं। प्रतिमाह 30 रुपए की बढ़ोतरी की गई थी। जिनके मकान 2400 स्क्वायर फीट से अधिक एरिये में बने हैं, वे 300 रुपए प्रतिमाह चुका रहे हैं।
मौजूदा कार्यकाल में पहली बार बढ़ेगा यदि जल कर में बढ़ोतरी होगी है तो यह मौजूदा कार्यकाल में पहली बार होगा। हालांकि, पिछली बैठकों में जल कर बढ़ाने की चर्चा थी, लेकिन बाद में फैसला टाल दिया गया था।