नीट पीजी काउंसलिंग...एनआरआई कोटे में फर्जीवाड़ा
- चिकित्सा शिक्षा विभाग जल्द ही कराएगा एफआईआर
भोपाल। निजी मेडिकल कॉलेजों में नीट पीजी काउंसलिंग में अप्रवासी भारतीयों (एनआरआई) के कोटे की सीटों को अलॉट करने में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। बिना रजिस्ट्रेशन किए ही उम्मीदवार को सीट अलॉट कर दी गईं। सरकारी जांच में यह गड़बड़ी साबित भी हुई है। इस मामले में अब चिकित्सा शिक्षा विभाग जल्द ही एफआईआर दर्ज कराएगा। इसके साथ ही नीट पीजी काउंसलिंग कमेटी ने उन उम्मीदवारों की जांच शुरू कर दी है, जिन्होंने सीट मिलने के बाद एडमिशन नहीं लिया है। इसका मकसद फर्जीवाड़े में शामिल उम्मीदवारों और दलालों की पहचान करना है। संचालक चिकित्सा शिक्षा (डीएमई) डॉ. एके श्रीवास्तव ने बताया कि अरुणाचल प्रदेश के डॉ. राहुल सिंह ने शिकायत की थी कि उन्होंने काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन ही नहीं कराया, फिर भी उनका नाम शामिल कर लिया गया। डॉ. राहुल ने रैंक खराब होने की वजह से काउंसलिंग में भाग न लेने की बात कही है। वहीं, पहले चरण की नीट पीजी काउंसलिंग में एनआरआई कोटे की सीट हासिल करने वाले डॉ. मानस सिंह से काउंसलिंग कमेटी ने रजिस्ट्रेशन के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा है।
सबसे पहले एडमिशन नहीं लेने वाले 25 उम्मीदवारों की होगी जांच
एमपी ऑनलाइन से भी मांगे अपलोड दस्तावेज
पहले चरण की काउंसलिंग में सीट मिलने के बावजूद 25 उम्मीदवारों ने कॉलेज में एडमिशन नहीं लिया। अब इन सभी की प्रोफाइल और दस्तावेजों की जांच की जा रही है। काउंसलिंग कमेटी ने 91 उम्मीदवारों का डिजिटल डेटा और उनके अपलोड किए गए दस्तावेज एमपी ऑनलाइन से मांगे हैं। कमेटी के सूत्रों के अनुसार, एडमिशन न लेने वाले 25 छात्रों की शुरुआती जांच पूरी होने के बाद पहले चरण में बची हुई एनआरआई सीटों पर जिन उम्मीदवारों को सीटें अलॉट की गई थीं, उनकी भी जांच होगी, चाहे उन्होंने एडमिशन लिया हो या नहीं। प्रदेश के 8 निजी मेडिकल कॉलेजों में एनआरआई कोटे की कुल 91 सीटों में से 36 सीटों पर ही उम्मीदवारों ने एडमिशन लिया है।
प्रोफाइल में भरा गया मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी असली नीट पीजी फॉर्म से अलग
डॉ. राहुल सिंह के एमपी ऑनलाइन पोर्टल पर बनाए गए प्रोफाइल में भरा गया मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी, उनके असली नीट पीजी फॉर्म से अलग है। बैंक डिटेल में शिवपुरी की एसबीआई शाखा का आईएफएससी कोड और अकाउंट नंबर दर्ज है। वहीं, डॉ. मानस सिंह के रजिस्ट्रेशन फॉर्म में बिहार के वैशाली जिले की एक निजी बैंक का आईएफएससी कोड व अकाउंट नंबर दर्ज है। काउंसलिंग कमेटी इन अकाउंट नंबरों और अन्य जानकारी की सत्यता की जांच कर रही है। 6 उम्मीदवारों के मूल निवासी प्रमाण पत्र पर एक जैसे सिग्नेचर... कमेटी ने पाया कि 91 उम्मीदवारों में से 6 के मूल निवासी प्रमाण पत्र पर एक ही व्यक्ति के हस्ताक्षर हैं। इनकी जांच भी शुरू कर दी गई है।