सोलापुर में जीबी सिंड्रोम- एक दिन में 9 नए केस
- संख्या बढ़कर 111 हुई, 17 मरीज वेंटिलेटर पर
- शहर में 7 जगह पानी प्रदूषित मिला
मुंबई। महाराष्ट्र के सोलापुर में सोमवार को गुइलेन-बैरे सिंड्रोम के 9 और केस सामने आए हैं। इससे मरीजों की संख्या बढ़कर 111 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक इन मरीजों में 73 पुरुष और 37 महिलाएं शामिल हैं, जबकि 17 मरीज वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। इससे पहले 26 जनवरी को सोलापुर के रहने वाले 40 साल के शख्स की मौत इसी त्रक्च सिंड्रोम के कारण हुई थी, इसकी पुष्टि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश अबितकर ने भी की। सोलापुर सरकारी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजीव ठाकुर के मुताबिक मरीज को सांस फूलने, निचले अंगों में कमजोरी और दस्त जैसे लक्षण थे। उसे 18 जनवरी से लगातार वेंटिलेटर सपोर्ट पर था। डीन ने बताया कि मौत के कारणों का पता लगाने के लिए क्लिनिकल पोस्टमार्टम किया गया। जिसमें वजह जीबी सिंड्रोम बताई गई। जांच के लिए ब्लड सैंपल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजा गया है। शहर के अलग-अलग हिस्सों से 34 वाटर सैंपल भी कैमिकल और बायोलॉजिक एनालिसिस के लिए पब्लिक हेल्थ लैब भेजे गए। इनमें से सात सैंपल में पानी के दूषित होने की सूचना मिली है। गौरतलब है कि पुणे में 9 जनवरी को अस्पताल में भर्ती मरीज जीबीएस पॉजिटिव आया था, यह पहला केस था। 19 दिन में एक्टिव केस बढ़ गए हैं।