• हाईकोर्ट की सख्ती पर पुलिस ने दर्ज किया केस

भोपाल। एमपी के मंत्री विजय शाह को उनका बेशर्मी भरा बयान भारी पड़ गया है। कर्नल सोफिया पर बेनामी टिप्पणी पर एमपी हाईकोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने उनपर एफआइआर दर्ज कर ली है। जबलपुर हाईकोर्ट ने मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए एमपी के डीजीपी को मंत्री पर शाम 6 बजे केस दर्ज करने को कहा था। पुलिस ने हाईकोर्ट के आदेश की प्रति मिलते ही मंत्री विजय शाह पर केस दर्ज कर लिया। महू के मानपुर थाने में उनपर केस दर्ज किया गया है। एमपी हाईकोर्ट की डबल बेंच ने बुधवार को इस केस पर संज्ञान लेते हुए आदेश जारी किया। इसके लिए हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को 4 घंटे यानि शाम 6 बजे तक का समय दिया था।  खास बात यह है कि मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने शाह के बयान पर स्वतः संज्ञान लेते हुए यह आदेश दिया। एमपी हाईकोर्ट जबलपुर के जस्टिस अतुल श्रीधरन और जस्टिस अनुराधा शुक्ला की बेंच ने सरकार को मंत्री विजय शाह पर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए थे। कोर्ट ने मंत्री विजय शाह पर धारा 152, 196—1बी और 197—1 सी के अंतर्गत केस दर्ज करने के निर्देश दिए थे। दोपहर में कोर्ट के आदेश के बाद ग्रामीण डीआईजी निमेष अग्रवाल ने मीडिया को बताया था कि पुलिस इस संबंध में आदेश की प्रतीक्षा कर रही है। फिलहाल आदेश नहीं आया है, जैसे ही आदेश मिलेगा, पुलिस केस दर्ज कर लेगी। हाईकोर्ट के आदेश की प्रति मिलते ही पुलिस ने मंत्री विजय शाह पर एफआइआर दर्ज कर ली है।

कर्नल सोफिया के सम्बन्ध में एमपी की बीजेपी सरकार के मंत्री विजय शाह के शर्मनाक बयान पर देशभर में बवाल मचा हुआ है। ऐसे माहौल में हाईकोर्ट जबलपुर के जस्टिस अतुल श्रीधरन एवं जस्टिस अनुराधा शुक्ला की खंडपीठ द्वारा स्वप्रेरणा से विजय शाह पर गंभीर आपराधिक धाराओं में मामला पंजीवद्ध करने के निर्देश दिए गए।

एफआइआर दर्ज नहीं की तो डीजीपी पर कोर्ट की अवमानना की कार्रवाई

हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि मंत्री विजय शाह का बयान सांप्रदायिकता बढ़ाने वाला है। कोर्ट ने डीजपी को निर्देश दिए उनपर भारत की एकता अखंडता को खतरे में डालने का केस दर्ज करें। हाईकोर्ट ने साफ शब्दों में यह चेतावनी भी दी कि यदि मंत्री विजय शाह पर एफआइआर दर्ज नहीं की गई तो डीजीपी पर कोर्ट की अवमानना की कार्रवाई की जाएगी।

बेशर्मी भरे बयान से हर कोई आहत

प्रदेश के जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह का भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरेशी लेकर दिए गए बेशर्मी भरे बयान से हर कोई आहत है। इंदौर के पास महू के रायकुंडा गांव में हलमा कार्यक्रम में मंत्री विजय शाह ने यह विवादित बयान दिया था। पाकिस्तान को निशाना बनाते-बनाते मंत्री शाह ने बेशर्मी की सीमा पार कर दी। उन्होंने कहा कि ‘जिन लोगों ने हमारी बेटियों के सिंदूर उजाड़े, उन कटे-पिटे लोगों को हमने उन्हीं की बहन भेजकर उनकी ऐसी की तैसी करवाई। उनके समाज की बहन को भेजा… हमारी बहनों के सुहाग का बदला तुम्हारी जाति की समाज की बहनों से कराया।’

चौतरफा बवाल के बाद मंत्री शाह ने माफी मांगी

मंत्री विजय शाह यहीं नहीं रुके, उन्होंने आपत्तिजनक भाषा का भी प्रयोग किया। हालांकि चौतरफा बवाल के बाद मंत्री शाह ने माफी मांगी और कहा कि मेरे भाषण को अलग संदर्भ में न देखें। सत्ता और संगठन मंगलवार को दिनभर डैमेज कंट्रोल में लगी रही और बुधवार को भी सुबह से ही बीजेपी नेता इस मसले को सुलझाने में जुटे हुए हैं।

कांग्रेस हुई हमलावर

कांग्रेस इस मामले में राज्य सरकार पर हमलावर बनी हुई है। मंत्री विजय शाह को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने और उनपर केस दर्ज करने की मांग की जा रही है। ऐसे में मंगलवार को कैबिनेट मीटिंग के बाद ही सीएम डॉ. मोहन यादव ने उनसे स्पष्टीकरण मांग लिया था। शाह भोपाल में संगठन के शीर्ष नेताओं से मिले और अपना पक्ष रखा। देर रात भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का संदेश लेकर भाजपा के पूर्व विधायक मानवेंद्र सिंह सोफिया के नौगांव (छतरपुर) स्थित घर पहुंचे और मंत्री के बेशर्म बयान पर परिजनों से क्षमा मांगी।