रायपुर: छत्तीसगढ़ में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण का मतदान शुरू हो गया है। 53 ब्लॉक की ग्राम पंचायतों के लिए लोग सुबह से ही वोट डालने पहुंच रहे हैं। अंबिकापुर और उदयपुर जैसे जगहों पर लंबी कतारें देखी जा रही हैं। कांकेर में वोटिंग 15 मिनट देरी से शुरू हुई। मतदान बैलेट पेपर से हो रहा है। सरगुजा और बस्तर में दोपहर 2 बजे तक और बाकी जगहों पर 3 बजे तक वोट डाले जाएंगे। नतीजे उसी दिन घोषित किए जाएंगे, लेकिन संवेदनशील इलाकों में अगले दिन मतगणना होगी। चुनाव में कुल 1 लाख 75 हजार 258 पदों के लिए वोट डाले जा रहे हैं। तीन चरणों में कुल 1 करोड़ 58 लाख से ज़्यादा मतदाता वोट डालेंगे।

12:04 PM: जशपुर जिले के बगीचा विकासखंड के सन्ना में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत मतदाता कड़ी धूप में भी लाइन में अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। महिलाओं को अपने बच्चों के साथ धूप में खड़ा रहना पड़ रहा है क्योंकि मतदान केंद्र में पेयजल और धूप से बचाव के लिए टेंट की व्यवस्था नहीं है।
11:35 AM: छत्तीसगढ़ पंचायत चुनाव 2025 में प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने अपने मत का प्रयोग किया। वह अपने पति के साथ बाइक पर सवार होकर गृह ग्राम वीरपुर मतदान केंद्र पहुंची। लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार किया और वोट डाला।
11:32 AM: छत्तीसगढ़ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण का मतदान कांकेर, चारामा और नरहरपुर में हो रहा है। कांकेर के नक्सल प्रभावित इरदाह में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। ग्रामीणों को मतदान केंद्र तक पहुँचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, विशेष रूप से जीवलामरी गांव के लोगों को।
11:27 AM: सूरजपुर जिले के जयनगर थाना क्षेत्र के महावीरपुर मतदान केंद्र के बाहर पंच प्रत्याशी और मतदाताओं के बीच मारपीट हुई है। फर्जी वोट डालने के आरोप में यह विवाद हुआ। प्रत्याशी और मतदाता दोनों ही इस मामले की शिकायत लेकर थाने पहुंचे।

शहर की सरकार के बाद गांव की सरकार की बारी

छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनावों के बाद अब गांव की सरकार चुनने की बारी है। राज्य के सभी जिलों के 53 ब्लॉक में पहले चरण का मतदान हो रहा है। मतदाता बैलेट पेपर के ज़रिए अपने पसंदीदा उम्मीदवार को चुन रहे हैं। सरगुजा और बस्तर संभाग में दोपहर 2 बजे तक वोटिंग होगी, जबकि बाकी जिलों में 3 बजे तक मतदान केंद्र खुले रहेंगे। खास बात यह है कि मतदान खत्म होते ही उसी दिन मतगणना शुरू हो जाएगी और नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। हालांकि, अगर किसी इलाके में विवाद होता है या फिर कोई क्षेत्र संवेदनशील है, तो वहां अगले दिन ब्लॉक मुख्यालय पर मतगणना होगी।

नीले-पीले और सफेद रंग के बैलेट पेपर का इस्तेमाल

बैलेट पेपर अलग-अलग रंगों के इस्तेमाल किए जा रहे हैं ताकि मतदाताओं को कोई परेशानी ना हो। जिला पंचायत सदस्य के लिए गुलाबी, जनपद पंचायत सदस्य के लिए पीला, सरपंच के लिए नीला और पंच के लिए सफेद रंग का बैलेट पेपर है। इस चुनाव में तीन चरणों में कुल 1 लाख 75 हजार 258 पदों पर उम्मीदवार चुने जाएंगे। इनमें जिला पंचायत सदस्य के 433 पद, जनपद पंचायत सदस्य के 2973 पद, सरपंच के 11,671 पद और पंच के 1 लाख 60 हजार 161 पद शामिल हैं।

कितने उम्मीदवार मैदान में

पहले चरण में पंच के पद के लिए 60 हजार 203, सरपंच के लिए 14 हजार 646, जनपद पंचायत सदस्य के लिए 4587 और जिला पंचायत सदस्य के लिए 702 उम्मीदवार मैदान में हैं। मतदान दलों को मतदान सामग्री के साथ सुबह ही गांवों के लिए रवाना कर दिया गया था। कई जगहों पर मतदान केंद्रों में लंबी कतारें देखी गईं। अंबिकापुर और उदयपुर में तो सुबह से ही लोग वोट डालने के लिए कतार में खड़े हैं। कांकेर ज़िले में कुछ तकनीकी कारणों से मतदान 15 मिनट देरी से शुरू हुआ।

1 करोड़ 58 लाख से ज़्यादा मतदाता

तीन चरणों में होने वाले इस चुनाव में कुल 1 करोड़ 58 लाख से ज़्यादा मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 78 लाख 20 हजार 202 पुरुष मतदाता, 79 लाख 92 हजार 184 महिला मतदाता और 194 अन्य मतदाता शामिल हैं। चुनाव आयोग ने मतदान के लिए 31 हजार 41 मतदान केंद्र बनाए हैं। पहले चरण के लिए 9 हजार 873 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से 7 हजार 128 मतदान केंद्र संवेदनशील और 2 हजार 161 अति संवेदनशील घोषित किए गए हैं।

पहले चरण में 53 ब्लॉक में मतदान

पहले चरण में जिन 53 ब्लॉक में मतदान हो रहा है, उनमें बिलासपुर का मस्तुरी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही का गौरेला, मुंगेली का मुंगेली, जांजगीर-चांपा के बम्हनीडीह और अकलतरा, सक्ती का जैजेपुर, कोरबा के कोरबा और करतला, रायगढ़ के रायगढ़ और पुसौर, सारंगढ़-बिलाईगढ़ का बरमकेला, सूरजपुर के सूरजपुर और भैयाथान, बलरामपुर के कुसमी, राजपुर और शंकरगढ़, सरगुजा के अंबिकापुर, लखनपुर और उदयपुर, कोरिया का सोनहत, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर का खड़गवां, जशपुर का बगीचा, रायपुर के आरंग और अभनपुर, बलौदाबाजार के भाटापारा और सिमगा, गरियाबंद के गरियाबंद और मैनपुर, महासमुंद के बसना और सरायपाली, धमतरी के धमतरी और मगरलोड, बेमेतरा के बेमेतरा और नवागढ़, दुर्ग का दुर्ग, बालोद के डौंडीलोहारा और डौंडी, राजनांदगांव का राजनांदगांव, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई का छुईखदान, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी का मानपुर, कबीरधाम के कवर्धा और सहसपुर लोहारा, कोण्डागांव का कोण्डागांव, बस्तर के जगदलपुर और दरभा, नारायणपुर का नारायणपुर, उत्तर बस्तर कांकेर के कांकेर, चारामा और नरहपुर, दंतेवाड़ा के दंतेवाड़ा और गीदम, सुकमा का सुकमा और बीजापुर का बीजापुर शामिल हैं।

प्रचार में दिखे गजब नजारे

इस बीच, नगरीय निकाय चुनावों की तरह पंचायत चुनावों में भी प्रचार का अलग ही रंग देखने को मिल रहा है। बालोद जिले में संजारी बालोद विधायक संगीता सिन्हा चुनाव प्रचार के दौरान ई-रिक्शा चलाती और बड़ा बनाती नज़र आईं। वहीं, गुंडरदेही विधायक कुंवर सिंह निषाद अलग-अलग मंचों से गाना गाकर वोटर्स को लुभाते दिखे।