57 भाजपा जिलाध्यक्ष घोषित, 5 अब भी बाकी
- बीएल संतोष ने दी थी 16 जनवरी की डेडलाइन
- दिग्गजों के दखल से उलझी घोषणा
भोपाल। बीजेपी के केन्द्रीय नेतृत्व की ओर से दिए गए कार्यक्रमों और अभियानों को सबसे पहले पूरा करने में मध्य प्रदेश अव्वल रहा है, लेकिन संगठन चुनाव में जिलाध्यक्षों के चुनाव में हुई देरी और खींचतान से केन्द्रीय नेतृत्व नाराज है। राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने 14 जनवरी को ङ्ग पर पोस्ट कर नवनिर्वाचित जिलाध्यक्षों को बधाई दी थी। संतोष ने लिखा था- अगले दो दिन में मप्र के सभी 62 जिलाध्यक्ष घोषित हो जाएंगे। हालांकि, इसके बाद भी अब तक पांच जिलाध्यक्षों के नामों पर सहमति नहीं बन पाई है।
50 फीसदी जिलों के चुनाव के बाद शुरू हो सकती है प्रक्रिया
शत-प्रतिशत जिला अध्यक्षों की घोषणा में देरी को लेकर बीजेपी के संगठन चुनाव से जुड़े पदाधिकारियों का कहना है कि संगठन चुनाव की नियमावली के अनुसार राज्य के 50 फीसदी जिलों का निर्वाचन पूरा होने के बाद ही प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। मध्य प्रदेश ने 62 में से 57 जिलों के चुनाव पूरे कर लिए हैं, यानी 92 फीसदी जिलों के चुनाव हो चुके हैं। बाकी पांच जिलों के चुनाव भी जल्द हो जाएंगे।
दिग्गजों के दखल से अटकी 5 जिलाध्यक्षों की घोषणा
इंदौर शहर और ग्रामीण, नरसिंहपुर, निवाड़ी और छिंदवाड़ा में जिला अध्यक्षों की घोषणा दिग्गजों के दखल के कारण अटकी हुई है। इंदौर के दोनों जिलों में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय अपने करीबी उम्मीदवारों को अध्यक्ष बनवाने पर अड़े हुए हैं। विजयवर्गीय चाहते हैं कि इंदौर ग्रामीण में चिंटू वर्मा को फिर से अध्यक्ष बनाया जाए। वहां, शहर में विधायक रमेश मेंदोला अपने करीबी सुमित मिश्रा को अध्यक्ष बनवाना चाहते हैं। जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट इंदौर ग्रामीण में अपने करीबी अंतर दयाल को अध्यक्ष बनवाने के लिए सिंधिया के जरिए दबाव बना रहे हैं।
नरसिंहपुर में दो मंत्रियों के बीच चयन को लेकर विवाद
नरसिंहपुर में पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल और परिवहन मंत्री राव उदय प्रताप सिंह के बीच जिला अध्यक्ष के चयन को लेकर विवाद है। प्रहलाद पटेल चाहते थे कि उनके छोटे भाई जालम सिंह पटेल को जिला अध्यक्ष बनाया जाए, लेकिन संगठन की सहमति नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने महिला कोटे से बीना ओसवाल का नाम आगे बढ़ाया, जो जैन समाज से आती हैं। वहीं, परिवहन मंत्री राव उदय प्रताप सिंह लोधी समाज के नेता ठाकुर राजीव सिंह पटेल को अध्यक्ष बनवाना चाहते हैं।
निवाड़ी में जिला अध्यक्ष के लिए नए दावेदार उभरे
निवाड़ी में जिला अध्यक्ष के लिए पूर्व मंत्री स्वर्गीय सुनील नायक के भाई गणेशी लाल नायक के नाम पर पहले सहमति बन गई थी, लेकिन मुख्यमंत्री ने पूर्व विधायक डॉ. शिशुपाल यादव का नाम आगे बढ़ाया। हालांकि, शिशुपाल के नाम पर संगठन सहमत नहीं हो पाया।
अब निवाड़ी विधायक अनिल जैन ने अपने करीबी संजय नकीब का नाम आगे बढ़ाया है। बुधवार को अनिल जैन और पृथ्वीपुर के पूर्व विधायक डॉ. शिशुपाल यादव ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मुलाकात की। अब सत्ता और संगठन के बीच निवाड़ी में जिला अध्यक्ष के नाम पर एक राय बनाने के प्रयास चल रहे हैं।
इस दौरान निवाड़ी जिले के दावेदारों के खिलाफ कई शिकायतें भी संगठन तक पहुंची हैं। एक खेमे ने गणेशी को टीकमगढ़ जिले का निवासी बताया, तो दूसरे खेमे ने शिशुपाल को यूपी का निवासी बताकर शिकायत की। वर्तमान में जो दावेदार रेस में शामिल हुए हैं, उनके 2021 में पार्टी से निष्कासन के पत्र भी संगठन तक पहुंचे हैं।
छिंदवाड़ा में कार्यवाहक जिलाध्यक्ष को जारी रखने पर मंथन
छिंदवाड़ा में बंटी साहू के लोकसभा प्रत्याशी बनने के बाद शेषराव यादव को कार्यवाहक जिला अध्यक्ष बनाया गया था। अब सांसद बंटी साहू शेषराव की जगह नया जिलाध्यक्ष बनवाना चाहते हैं। वहीं, शेषराव यादव को रिपीट करने के लिए मुख्यमंत्री ने प्रस्ताव रखा है। शेषराव यादव की पत्नी और सागर सांसद लता वानखेड़े सगी बहनें हैं, जिसके कारण सागर सांसद भी अपने बहनोई को रिपीट कराने के प्रयास में लगी हैं।
संगठन भी छिंदवाड़ा में नया चेहरा नियुक्त करने के मूड में दिख रहा है। बंटी साहू के विरोध के कारण पांढुर्णा में भी वैशाली महाले की जगह संदीप मोहोड को जिला अध्यक्ष बनाया गया है। छिंदवाड़ा में शेषराव यादव के साथ टीकाराम चंद्रवंशी का नाम भी जिलाध्यक्ष के लिए रेस में आगे चल रहा है।