हिसार: कॉलेजों में अंडर ग्रेजुएट (यूजी) कोर्सेज में दाखिले के लिए 19 मई से आवेदन शुरू होंगे। उच्चतर शिक्षा विभाग की ओर से कॉलेजों में दाखिले के लिए पोर्टल खोल दिया गया है।

शहर में प्रमुख छह कॉलेज है। इनमें गवर्नमेंट कॉलेज, डीएन कॉलेज में दाखिले को लेकर मारामारी रहती है। कुल छह कॉलेजों में अंडर ग्रेजुएट कोर्सेज की कुल 9,184 सीटें है।

सीटों के मामले में दयानंद महाविद्यालय पहले नंबर पर है। यहां पर विभिन्न कोर्सेज में 2,225 सीटें उपलब्ध है। इसके अलावा जाट कॉलेज में 2,030 सीटें है। इन कॉलेजों में बीए, बीकॉम, बीसीए, बीएससी नॉन मेडिकल, बीएससी मेडिकल सहित अन्य कोर्स शामिल है।

इससे पहले कॉलेजों में 12वीं के परीक्षा परिणाम के बाद भी करीब एक महीने बाद दाखिला प्रक्रिया शुरू होती थी, जिससे विद्यार्थियों को काउंसिलिंग के लिए पर्याप्त समय भी नहीं मिल पाता था। वहीं इस बार मई में पोर्टल शुरू करने से विद्यार्थियों को कोर्स व विषय चुनने का काफी समय मिल जाएगा। विभाग की ओर से जारी सूचना के अनुसार 17 मई तक कॉलेज पोर्टल पर कोर्स व सीटों की जानकारी उपलब्ध करवाएंगे।

अंडर ग्रेजुएट कोर्स में उपलब्ध सीटें
गवर्नमेंट कालेज 1,950, डीएन कॉलेज, 2,225, जाट कॉलेज, 2,030 एफसी कॉलेज, 1,200 इंपीरियल कॉलेज, 880 गवर्नमेंट वूमन कॉलेज, 900 कुल सीटें 9,185।

इंपीरियल कालेज, हिसार के डॉ कुलदीप आर्य ने बताया कि पहले परिणाम के करीब एक महीने बाद आवेदन के लिए पोर्टल खोला जाता था। यह पहली बार है कि इतनी जल्दी पोर्टल खोला गया है। इससे विद्यार्थी के पास कोर्स व विषय चुनने का काफी मौका होगा। वहीं काउंसलिंग का भी पूरा मौका मिलेगा। विषय व कोर्स चुनने में आसानी रहेगी। यह सरकार का सराहनीय कार्य है।

गुजवि में कंप्यूटर साइंस पाठ्यक्रम शुरू
गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड डेटा साइंस विभाग की ओर से इंटीग्रेटिड बीएससी-एमएससी कंप्यूटर साइंस साइबर सिक्योरिटी पाठ्यक्रम की शुरुआत की गई है। इस नए पाठ्यक्रम में प्रारंभिक चरण में 50 सीटों की व्यवस्था की गई है। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने बताया कि वर्तमान समय में साइबर सिक्योरिटी कोर्स की मांग को देखते हुए यह कोर्स शुरू किया गया है। इस क्षेत्र में विद्यार्थियों के लिए वैश्विक स्तर पर भी अपार संभावनाएं हैं।

विश्वविद्यालय के सभी कोर्स रोजगारोन्मुखी हैं। विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को कौशलयुक्त शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। विभागाध्यक्ष प्रो. धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि यह कोर्स नई शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप तैयार किया गया है। जिसमें अकादमिक लचीलापन, कौशल आधारित शिक्षा व व्यावसायिक प्रशिक्षण को प्राथमिकता दी गई है।

नेटवर्क सुरक्षा के बारे में छात्र बनेंगे विशेषज्ञ
डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि यह कोर्स विद्यार्थियों को साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में उन्नत तकनीकी ज्ञान, प्रैक्टिकल स्किल्स व इंडस्ट्री-रेडी बनने का अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने यह भी बताया कि इस कोर्स में थ्योरी के साथ-साथ प्रोजेक्ट-आधारित शिक्षण व इंडस्ट्री इंटर्नशिप का विशेष समावेश किया गया है।

डॉ. अमनदीप ने कहा कि वर्तमान डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों की भारी मांग है। यह कार्यक्रम विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय रोजगार के लिए तैयार करेगा व उन्हें स्टार्टअप्स व अनुसंधान की दिशा में भी प्रोत्साहित करेगा।