आज के समय में अमूमन लोग चाहते हैं कि वो फिट रहें. चाहे बात वजन घटाने की हो, शरीर को शेप में लाने की या फिर तनाव से राहत पाने की. कई लोग अब हेल्दी लाइफस्टाइल की तरफ बढ़ रहे है. ऐसे में एक्सरसाइज या वर्कआउट डेली रूटीन का अहम हिस्सा बन गया है. लेकिन जब भी कोई फिटनेस की शुरुआत करता है, तो उसके मन में एक सवाल जरूर आता है कि वर्कआउट के लिए सबसे अच्छा समय कौन-सा है, सुबह या शाम?

कुछ लोग मानते हैं कि सुबह-सुबह एक्सरसाइज करने से दिन की शुरुआत एनर्जी से भर जाती है और वजन जल्दी घटता है, जबकि कुछ लोग शाम को वर्कआउट करना पसंद करते हैं क्योंकि तब शरीर ज्यादा एक्टिव होता है और थकान भी दूर होती है. अगर आप भी इसे लेकर कंफ्यूज हैं तो चलिए बताते हैं कि किस समय वर्कआउट करने से बेहतर रिजल्ट मिल सकते हैं.

सुबह वर्कआउट से क्या होता है?
अगर आप सुबह वर्कआउट करते हैं तो इससे पूरा दिन शरीर में एनर्जी बनी रहती है. सुबह की शुद्ध हवा और शांति के बीच वर्कआउट करने से शरीर और मन दोनों तरोताजा हो जाते हैं. वजन घटाने के लिए भी ये समय अच्छा है क्योंकि खाली पेट हल्का कार्डियो फैट बर्निंग के लिए अच्छा माना जाता है. सुबह की एक्सरसाइज़ बॉडी क्लॉक को सेट करती है और नींद की क्वालिटी को बढ़ाती है. सुबह का समय आमतौर पर कम बिजी होता है, इसलिए वर्कआउट को रूटीन बनाना आसान होता है.

शाम को वर्कआउट करने से क्या होता है?
शाम को वर्कआउट करने से शरीर ज्यादा एक्टिव और फ्लेक्सिबल बना रहता है. दिनभर की एक्टिविटीज के बाद शरीर स्ट्रेचिंग और वेट ट्रेनिंग के लिए ज्यादा तैयार रहता है. वही, शाम के समय मसल्स स्ट्रेंथ और परफॉर्मेंस पीक पर होती है, हालांकि कई बार पूरे दिन की थकान की वजह से वर्कआउट करने में दिक्कत हो सकती है. शाम को वर्कआउट के बाद लोग हेल्दी खाने के ऑप्शन अपनाते हैं, जिससे डाइट कंट्रोल में रहती है. शाम के समय वर्कआउट करने वाले ज्यादा लोग होते हैं, जिससे ग्रुप एक्टिविटी और मोटिवेशन मिलती है.

कौन सा समय है ज्यादा बेहतर?
वर्कआउट करने का समय आपकी जरूरत पर डिपेंड करता है. जैसे अगर आप वजन घटाना चाहते हैं तो सुबह वर्कआउट करने से जल्दी असर मिलते हैं. अगर पूरा दिन एनर्जेटिक बने रहना चाहते हैं तो सुबह का वर्कआउट फायदेमंद है. वहीं अगर आप स्ट्रेस रिलीज करना चाहते हैं तो शाम को वर्कआउट करें. मसल्स बिल्डिंग के लिए भी शाम का वर्कआउट ज्यादा असरदार है.