भोपाल: एमपी के भोपाल शहर में मिसरोद से बर्रई तक 45 मीटर मास्टर प्लान रोड और उसके 300 मीटर दायरे में नगर विकास योजना का काम फिर से शुरू हो गया है। किसानों की शर्तों के चलते यह काम एक साल से रुका हुआ था। बीडीए ने अब भूस्वामियों को विकास शुल्क में छूट और अपनी जमीन पर प्लॉट देने की शर्त मान ली है। भूस्वामियों को विकास शुल्क से छूट देने के लिए लैंड पूलिंग एक्ट में इंक्रीमेंटल फैक्टर घटा दिया गया है। अधीक्षण अभियंता अरविंद मंडराय के मुताबिक काम शुरू होने से मिसरोद और उससे जुड़े इलाकों के विकास की रफ्तार बढ़ेगी। 

यह है योजना

  • मिसरोद से जाटखेड़ी, बागली, कटारा और बर्रई का होगा विकास
  • परियोजना में मुख्य ट्रंक रोड के दोनों ओर करीब 300-300 मीटर जमीन का विकास किया जाना है
  • 550 एकड़ के भूखंड पर हम अपनी मल्टी या कॉलोनी विकसित करेंगे
  • किसानों को जमीन के बदले 225 एकड़ विकसित भूखंड मिलेगा
  • बीडीए 45 मीटर मुख्य सड़क के साथ पानी, सीवेज और अन्य सुविधाएं विकसित करेगा
  • इससे करीब 600 किसानों को फायदा होगा
  • बर्रई के बाद सड़क अयोध्या बायपास और उससे जुड़े इलाकों की ओर जाएगी

विकास शुल्क नहीं लेने और मनचाही जगह पर भूखंड देने पर सहमति

मिसरोद से बर्रई तक 45 मीटर मास्टर प्लान रोड और उसके 300 मीटर दायरे में नगर विकास योजना का जमीनी काम फिर से शुरू हो गया है। जमीन मालिक किसानों की शर्तों के चलते यह काम करीब एक साल से रुका हुआ था। इधर बीडीए ने जमीन मालिकों की विकास शुल्क में छूट और अपनी जमीन पर भूखंड देने की शर्त मान ली है। यहां अब सड़क का काम पूरा हो रहा है, इसके अलावा आसपास के यूटिलिटी वर्क में भी तेजी लाई जा रही है। भूस्वामियों को विकास शुल्क से छूट देने के लिए लैंड पूलिंग एक्ट में इंक्रीमेंटल फैक्टर को कम किया गया। अधीक्षण अभियंता अरविंद मंडराय के अनुसार यहां काम शुरू हो गया है। काम तेजी से पूरा होगा, इससे मिसरोद और उससे जुड़े इलाकों के विकास की गति बढ़ेगी।