पंजाब विधानसभा में कांग्रेस के नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा के एक बयान को लेकर बवाल मच गया है. उन्होंने कहा था कि पंजाब में 50 बम आए हैं. उनके इस बयान को लेकर सोमवार एक बार फिर उन से पूछताछ की जाएगी. इस बयान को लेकर साइबर सेल उनसे पूछताछ करेगी.

बाजवा के खिलाफ रविवार को इस मामले को लेकर एक एफआईआर दर्ज की गई है. सोमवार दोपहर 12 बजे के करीब प्रताप सिंह बाजवा को मोहाली के साइबर थाने में पूछताछ के लिए बुलाया गया है. उन से इस जानकारी के पीछे का सोर्स पूछा जा रहा है.

2 बजे तक का मांगा समय
पंजाब के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा के वकील प्रदीप विर्क ने कहा, मैंने सिर्फ उनके वकील के तौर पर कुछ समय की मांग की है. प्रताप सिंह बाजवा को कल रात को समन मिला था और वो यहां उपस्थित होने की स्थिति में नहीं हैं. उन्होंने कल दोपहर 2 बजे तक का समय मांगा है. कल 2 बजे का उनको टाइम मिला है, वह कल यहां उपस्थित होंगे.”

क्या बयान दिया था?
प्रताप बाजवा ने एक इंटरव्यू के दौरान बयान दिया था कि पंजाब में 50 बम आए हैं. जिनमें से 18 फट चुके हैं और 32 अभी बाकी हैं. कांग्रेस नेता ने कहा था कि इन्हीं में से एक बम का इस्तेमाल बीजेपी नेता मनोरंजन कालिया के घर पर धमाके के लिए किया गया था. उनके इस बयान के बाद पंजाब पुलिस ने रविवार को विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा पर देश की संप्रभुता और एकता को खतरे में डालने वाली भ्रामक जानकारी फैलाने सहित विभिन्न आरोपों में मामला दर्ज किया है.

मोहाली के साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में बीएनएस की धारा 197 (1) (डी) और धारा 353 (2) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. एआईजी इंटेलिजेंस रवजोत ग्रेवाल और मोहाली एसपी (सिटी) हरबीर अटवाल ने बाजवा के इस बयान को लेकर उनके चंडीगढ़ आवास पर उन से पूछताछ की.

पुलिस ने की पूछताछ
AIG रवजोत ग्रेवाल ने बाजवा के बयान को लेकर कहा कि यह बहुत संवेदनशील मामला है. ये राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा केस है इसलिए हमारे लिए जरूरी है कि हम इस बयान के सोर्स का पता करें. उन्होंने रविवार को कहा था कि हम ने प्रताप बाजवा से पूछताछ की, लेकिन उन्होंने पूछताछ में सहयोग नहीं किया. उन्होंने आगे कहा कि पंजाब पुलिस प्रोफेशनल फोर्स है और हम इस मामले की तह तक जाएंगे.

बाजवा ने क्या कहा?
बाजवा ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सीएम मान पंजाब के लोगों की सेवा करने के इरादे से नहीं बल्कि निजी प्रतिशोध के इरादे से सरकार चला रहे हैं. बाजवा ने कहा कि एक ऐसे व्यक्ति के रूप में जिसने व्यक्तिगत रूप से आतंकवाद के भयानक नतीजों को झेला है उन्हें जब भी पंजाब की सुरक्षा के लिए खतरा महसूस होगा वो चुप नहीं रहेंगे. दरअसल, बाजवा के पिता साल 1987 में एक आतंकवादी हमले मेंमारे गए थे और 1990 में उन्हें भी निशाना बनाया गया था.

सीएम भगवंत मान ने खड़े किए सवाल
बाजवा के बयान को लेकर सीएम भगवंत मान ने भी सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा, बाजवा को बम की संख्या के बारे में जानकारी कैसे मिली और क्या वह पाकिस्तान में तत्वों के संपर्क में हैं. उन्होंने आगे कहा, अगर बाजवा ने पंजाब में आतंक और अशांति फैलाने वाला बयान दिया है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.