आशिमा मॉल से अपोलो सेज हॉस्पिटल के पास निकलेगा
5 लाख लोगों को फायदा

भोपाल। भोपाल में 180 करोड़ रुपए की लागत से बावड़ियाकलां आरओबी-2 का निर्माण किया जाएगा। यह परियोजना महेश्वर में हुई कैबिनेट मीटिंग में मंजूरी प्राप्त कर चुकी है। वित्त विभाग ने तीन महीने पहले इस रेलवे ओवरफ्लाई को मंजूरी दी थी, और अब कैबिनेट से मंजूरी मिलते ही टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी। अगले तीन दिन में यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी, और बारिश से पहले निर्माण कार्य की शुरुआत हो सकती है। यह ब्रिज होशंगाबाद रोड स्थित आशिमा मॉल के पास से शुरू होकर रेलवे ट्रैक के ऊपर से होते हुए अपोलो सेज हॉस्पिटल के पास निकलेगा। ब्रिज के निर्माण से करीब 5 लाख लोगों को फायदा होगा, जिनमें बावड़ियाकलां, आकृति ईको सिटी, कोलार रोड समेत 100 से अधिक इलाकों के निवासी शामिल हैं। उन्हें 6 से 8 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा, मौजूदा बावड़ियाकलां आरओबी-1 पर ट्रैफिक जाम की समस्या से भी राहत मिलेगी। वर्तमान में होशंगाबाद रोड से कोलार, बावड़ियाकलां, औरा मॉल, गुलमोहर, कोलार रोड जैसे बड़े इलाकों से जुड़ने के लिए सिर्फ एक ही ब्रिज है। ईई ब्रिज जावेद शकील ने बताया कि कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद अब टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी, और इस ब्रिज के बन जाने के बाद लाखों लोगों को इसका सीधा लाभ होगा।
733 मीटर लंबा होगा नया ब्रिज
बावड़ियाकलां में फोरलेन बनने जा रहे नए आरओबी पर वाहन चालकों को 7.5-7.5 मीटर की जगह मिलेगी। पीडब्ल्यूडी की सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, इस आरओबी के निर्माण के बाद भी इसके ऊपर से हर घंटे 15-20 हजार पैसेंजर कार यूनिट (पीसीयू) का आवागमन होगा। यानी पीक ऑवर्स में हर घंटे इतनी संख्या में वाहन गुजरेंगे।
733 मीटर लंबा आरओबी
पीडब्ल्यूडी की डीपीआर में इस आरओबी और उसकी एप्रोच रोड की कुल लंबाई करीब 1200 मीटर रखी गई है, जिसमें 733 मीटर लंबा आरओबी होगा। इस आरओबी को दोनों ओर एप्रोच रोड से जोड़ा जाएगा। आरओबी पर वाहनों के चलने के लिए करीब 15 मीटर चौड़ी जगह होगी। वर्तमान में बावड़ियाकलां ब्रिज-1 केवल 12 मीटर चौड़ा है, जिसमें आने-जाने के लिए केवल 5-5 मीटर की जगह मिलती है, जिससे वहां अक्सर ट्रैफिक जाम लगता है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने डॉ. अंबेडकर ब्रिज के लोकार्पण के दौरान ही बावड़ियाकलां में एक और ब्रिज बनाने की घोषणा की थी। इसके बाद शुक्रवार को महेश्वर में हुई कैबिनेट में इसे मंजूरी मिल गई। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने डॉ. अंबेडकर ब्रिज के लोकार्पण के दौरान ही बावड़ियाकलां में एक और ब्रिज बनाने की घोषणा की थी। इसके बाद शुक्रवार को महेश्वर में हुई कैबिनेट में इसे मंजूरी मिल गई।
बावड़ियाकलां आरओबी-2 पर 180 करोड़ का खर्च
बावड़ियाकलां में नया आरओबी-2 बनाने में पीडब्ल्यूडी करीब 180 करोड़ रुपए खर्च करेगा, जिसमें लगभग 90 करोड़ रुपए भू-अर्जन पर खर्च होंगे। इस आरओबी के दोनों ओर 1200-1200 मीटर की सर्विस रोड भी बनाई जाएगी। पीडब्ल्यूडी की रोड शाखा सर्विस और एप्रोच रोड बनाएगी, जबकि ब्रिज शाखा आरओबी का निर्माण करेगी।
इस नए आरओबी से कोलार रोड, बावड़ियाकलां और होशंगाबाद रोड को जोड़ने में सहूलियत होगी।
बावड़ियाकलां आरओबी-1 पर रोजाना जाम
बावड़ियाकलां क्षेत्र और होशंगाबाद रोड के आसपास बढ़ती बसाहट के कारण आरओबी-2 की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही थी। वर्तमान में, आरओबी-1 पर ट्रैफिक का दबाव बहुत बढ़ गया है, जिसके कारण रोजाना सुबह और शाम के वक्त जाम की समस्या उत्पन्न होती है। यदि नया आरओबी बन जाता है, तो ट्रैफिक दोनों ब्रिजों पर बंट जाएगा और जाम की समस्या में राहत मिलेगी।