भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि प्रदेश सरकार भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े सभी स्थानों को तीर्थस्थल के रूप में विकसित करने जा रही है। इन स्थानों में श्रीकृष्ण की समाज हितैषी लीलाओं का गहरा संबंध है, जिनमें गोकुल, मथुरा और वृंदावन जैसे प्रमुख स्थल शामिल हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को मथुरा प्रवास के दौरान वृंदावन स्थित बांके बिहारी लाल के दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने स्वस्तिवाचन के साथ ठाकुर जी और राधिका रानी के युगल विग्रह रूप बांके बिहारी के दर्शन कर जीवन को कृतार्थ करने की भावना व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने बांके बिहारी से सभी भक्तों के कष्टों को दूर करने और उनके कल्याण की प्रार्थना की। वृंदावन के भक्तिमय वातावरण में दर्शन के बाद मुख्यमंत्री ने परिवार के साथ कुल्हड़ वाली लस्सी का आनंद लिया। उन्होंने कहा कि वृंदावन में भगवान श्रीकृष्ण के भक्तों की भारी संख्या में उपस्थिति और लस्सी का अद्भुत अनुभव निश्चित रूप से दोगुना हो गया। दुकानदार द्वारा यूपीआई से पेमेंट लेने पर मुख्यमंत्री ने इसे नए और बदलते भारत का प्रतीक बताया। 
इस यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सांस्कृतिक अनुष्ठान के पर्व को निरंतर जारी रखने की बात भी की। डॉ. यादव ने बताया कि प्रदेश सरकार भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े सभी स्थानों को तीर्थस्थल के रूप में विकसित करने जा रही है। इन स्थानों में श्रीकृष्ण की समाज हितैषी लीलाओं का गहरा संबंध है, जिनमें गोकुल, मथुरा और वृंदावन जैसे प्रमुख स्थल शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन स्थानों को विकसित करके धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित किया जाएगा, जिससे ये तीर्थ स्थल श्रद्धा और आकर्षण का केंद्र बनेंगे। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष गौवर्धन पूजा और गीता जयंती के धूमधाम से आयोजन का भी उल्लेख किया और कहा कि प्रदेश में जन्माष्टमी का पर्व उल्लास और आनंद के साथ मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षाओं को याद करते हुए समाज में समरसता, सहिष्णुता और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। साथ ही, उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण से प्रदेशवासियों के मंगल और कल्याण की प्रार्थना की। मथुरा में दर्शन के दौरान मुख्यमंत्री ने मधुसूधन के मनमोहक बाल स्वरूप की प्रतिमा भी खरीदी।